Noida News: एक घंटे तक टावर की लिफ्ट में फंसा रहा 10 साल का बच्चा

- ग्रेनो वेस्ट की आम्रपाली गोल्फ होम्स और किंग्सवुड सोसाइटी के टावर जे-वन की घटना- आरोप है कि अलार्म बजाने के बाद भी नहीं मिली मदद, सोसाइटी में नहीं था लिफ्ट ऑपरेटरमाई सिटी रिपोर्टरग्रेटर नोएडा। ग्रेनो वेस्ट की आम्रपाली गोल्फ होम्स और किंग्सवुड सोसाइटी के टावर जे-1 में 10 साल का बच्चा करीब एक घंटे तक लिफ्ट में फंस रहा। आरोप है कि बच्चे ने काफी देर तक अलार्म बटन दबाया लेकिन मदद नहीं मिली। पड़ोसी ने आवाज सुनकर बच्चे की मां को जानकारी दी। आरोप है कि घटना के समय टावर का सुरक्षाकर्मी मौके पर मौजूद नहीं था। सोसाइटी में लिफ्ट ऑपरेटर भी नहीं था। करीब एक घंटे बाद लिफ्ट का दरवाजा खोलकर बच्चे को बाहर निकाला गया। बच्चे की मां ने मेंटेनेंस टीम से शिकायत की है। वहीं एओए ने 10 से 15 मिनट तक बच्चे के फंसे होने का दावा किया है। सोसाइटी के जे-1 हरप्रीत अपने बेटे के साथ 19वें फ्लोर के फ्लैट में रहती हैं। हरप्रीत के मुताबिक परिवार के सदस्य सोसाइटी में बने दूसरे टावर में रहते हैं। रविवार शाम को वह बेटे के साथ परिजन के यहां थीं। रात करीब 9 बजे उन्होंने अपने बेटे को जे-1 टावर स्थित घर भेज दिया था। करीब 20 मिनट बाद टावर में रहने वाले एक व्यक्ति ने बेटे के लिफ्ट में फंसे होने की सूचना दी। वह मौके पर पहुंची तो बेटा चौथे फ्लोर पर लिफ्ट में फंसा था। आरोप है कि बेटे ने लिफ्ट का अलार्म बटन दबाया लेकिन मदद नहीं मिली। बच्चा काफी देर तक शोर मचाता रहा लेकिन कोई सुरक्षाकर्मी नहीं पहुंचा। किसी तरह आवाज फ्लोर पर रहने वाले निवासी तक पहुंची जिसने उन्हें फोन कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह तत्काल टावर के नीचे पहुंची वहां सुरक्षाकर्मी गायब था। उसके बाद मेंटेनेंस कार्यालय पहुंची। वहां बताया गया कि लिफ्ट ऑपरेटर नहीं है। उसे बुलाया गया। आरोप है कि लिफ्ट ऑपरेटर के आने पर करीब एक घंटे बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। बच्चा काफी सहमा हुआ है। मां ने मेंटेनेंस कार्यालय में शिकायत की है। दो माह पहले भी फंस चुकी है मांबच्चे की मां ने बताया कि वो दो माह पहले स्वयं भी फंस चुकी है। तब करीब 20 मिनट बाद उसे बाहर निकाला गया था। आरोप है कि इतनी बड़ी सोसाइटी में लिफ्ट ऑपरेटर नहीं है। ऑपरेटर को 24 घंटे सोसाइटी में रखना चाहिए। अगर कोई फंसे तो बाहर तत्काल मदद मिल सके लेकिन यहां ऐसा नहीं है।सहम हुआ है 10 साल का पीड़ित बच्चाकरीब एक घंटे तक लिफ्ट में बंद रहने के दौरान बच्चा काफी सहम गया है। मां का कहना है कि वो अब लिफ्ट में अकेले जाने से बच रहा है। वह खुद बेटो को अकेला लिफ्ट में नहीं भेजना चाहती। उन्होंने सोसाइटी में लिफ्ट की समस्या का समाधान करने की मांग की है। टावर से लेकर मुख्य गेट तक सोते मिले सुरक्षाकर्मीघटना के बाद सोसाइटी के कुछ निवासियों ने सुरक्षा व्यवस्था को परखा। उनका आरोप है कि ज्यादातर जगह सुरक्षाकर्मी सोते हैं। निवासियों की जांच में टावरों से लेकर सोसाइटी के मुख्य गेट पर तैनात ज्यादातर सुरक्षाकर्मी सोते पाए गए। सोसाइटिवासियों ने सुरक्षा व्यवस्था को खराब बताया है उनके मुताबिक एजेंसी के सुरक्षाकर्मी प्रशिक्षत नहीं है। उन्होनें लिफ्ट के वार्षिक रखरखाव कराने की मांग की है। साथ ही प्रशिक्षत सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ 24 घंटे आपात रेस्पांस सिस्टम लगाने की मांग की गई है। बच्चा एक घंटा नहीं फंसा। करीब 10 से 15 मिनट के बीच लिफ्ट में फंस था। एओए बच्चे व उनके परिजनों के साथ है। उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा। सुरक्षाकर्मी टावर पर तैनात था, लेकिन उस समय वहां क्यों नहीं था, इसकी जांच की जा रही है। लिफ्ट के रखरखाव को लेकर नई एजेंसी संग मंगलवार को बैठक होगी। सभी लिफ्ट को दुरुस्त कराया जाएगा।- रविंद्र यादव, एओए अध्यक्ष

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Nov 24, 2025, 20:32 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Noida News: एक घंटे तक टावर की लिफ्ट में फंसा रहा 10 साल का बच्चा #10-year-oldBoyStuckInTowerLiftForAnHour10-year-oldBoyStuckInTowerLiftForAnHour #SubahSamachar