Fact Check: मंदिर में कीर्तन पर प्रतिबंध के बोर्ड की फोटो वायरल, दो साल पहले ही फैसला वापस ले चुका है प्रशासन

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की जा रही है। इस पोस्ट में एक काले रंग के पत्थर पर लिखे हुए आदेश की फोटो शेयर की जा रही है। इस आदेश में लिखा है “मन्दिर परिसर में कीर्तन करना वर्जित है। आदेशानुसार जिला दंडाधिकारी एवं आयुक्त शूलिनी माता मंदिर न्यास, सोलन” इस पोस्ट को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकार ने इस तरह का आदेश दिया है। हिमाचल में मंदिर परिसर में भजन कीर्तन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यूजर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया है। जांच में पाया गया कि यह मामला 2023 का है। यह आदेश मई 2023 का है, मामले को बढ़ता देख उसी समय यह बोर्ड हटा दिया गया था। प्रशासन की तरफ से यह आदेश मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की दिक्कत को देखते हुए दिया गया था। साथ ही कीर्तन मंदिर के साथ बने हॉल में करने को कहा गया था। क्या है दावा सावनी (@roselady_ नाम के एक ए्क्स यूजर ने लिखा “आपके एक वोट की कीमत देख लो कांग्रेस की सरकार ने हिमाचल में मंदिरों में कीर्तन करने तक पर भी प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है। कब जागोगे हिंदुओं या जब तक खुद की जान पर नहीं आ पड़ेगी तब तक नहीं जाओगे।” पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इस तरह के कई और दावों को लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इसके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। पड़ताल इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने इस पोस्ट की फोटो को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। यहां हमें उमा राय नाम के एक एक्स यूजर का पोस्ट मिला जहां 2023 में ही अब वायरल हो रही फोटो को शेयर किया गया था। इस पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा गया था “जब हिन्दुओं का वोट चाहिए तो ये गंदी फैमिली मंदिरों में लौटेंगे और सरकार बन जाने पर मंदिर पर प्रतिबंध लगा देंगे। हिमाचल चुनाव के समय शूलिनी माता मंदिर में पूजा करती प्रियंका नकली गांधी वाड्रा और सरकार बन जाने पर उसी मंदिर में भजन कीर्तन पर प्रतिबंध।" मामले के बारे में अधिक जानने के लिए हमने इससे जुड़े कीवर्ड को सर्च किया। यहां हमें न्यूज़ 18 की 2023 में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में वायरल हो रही तस्वीर मौजूद थी। बताया गया था कि मंदिर परिसर में कीर्तन वर्जित है, लोग बोले-कहां करें शूलिनी मंदिर पर DC के आदेशों पर बवाल। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में शूलिनी मंदिर के प्रांगण में लगाए गए एक बोर्ड पर विवाद हो गया। शूलिनी मंदिर में इस तरह से बोर्ड लगाने पर लोगों ने आपत्ति भी जताई। पूरे मामले पर सोशल मीडिया में जमकर चर्चा हुई। हालांकि, बाद में डीसी सोलन ने मामले में सफाई भी दी और कारण भी बताया कि क्यों यह बोर्ड मंदिर में लगाया गया है। मामले के बारे में और जानने के लिए हमने अमर उजाला के न्यूज डेस्क से संपर्क किया। यहां हमें पता चला कि इस मामले पर 17 मई 2023 को अमर उजाला ने भी एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया था कि जिला प्रशासन ने मां शूलिनी मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन वर्जित करने के बोर्ड को लोगों के विरोध के बाद हटा दिया है लेकिन मंदिर प्रांगण में भजन-कीर्तन करने पर संशय बरकरार है। क्योंकि अभी तक इसे लेकर प्रशासन की ओर से कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। पड़ताल का नतीजा हमारी पड़ताल में यह साफ है कि मामला 2023 है जिसे हाल फिलहाल का बताकर शेयर किया जा रहा है। पड़ताल में हमें मामले से जुड़ी कई खबरें मिली जिससे इसके 2023 के होने की पुष्टि हुई है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jun 02, 2025, 13:18 IST
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