Air India: एअर इंडिया की आक्रामक विस्तार योजना के लिए चुनौतियां बरकरार; अहमदाबाद हादसे से उठ रहे कई सवाल

एअर इंडिया ने हाल के वर्षों में अपने अंतरराष्ट्रीय उड़ान नेटवर्क का आक्रामक रूप से विस्तार किया है, लेकिन इसके साथ ही यात्रियों की शिकायतें भी लगातार सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर यात्री अक्सर गंदी सीटें, टूटे हुए आर्मरेस्ट, खराब मनोरंजन प्रणाली और गंदे केबिन की तस्वीरें साझा करते हैं। ऐसे में अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787 ड्रीमलाइनर ने और सवाल खड़े किए हैं। एअर इंडिया के सीईओ विल्सन ने कहा, यह हम सभी के लिए एक कठिन दिन है। उन्होंने यह भी बताया कि जांच में समय लगेगा। 2013 में बैटरी की समस्या के कारण एअर इंडिया को ड्रीमलाइनर से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ा था। बैटरी की समस्या के कारण तत्कालीन सरकारी स्वामित्व वाली एअर इंडिया को भी अपने ड्रीमलाइनर बेड़े को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था। उस समय, एयरलाइन के पास ऐसे लगभग छह विमान थे। इसके अलावा, एयरलाइन को इन समस्याओं के लिए बोइंग से मुआवज़ा भी मिला था। एअर इंडिया को लेने होंगे नए विमान बेहतर रखरखाव भी करना होगा भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के पूर्व कानूनी विशेषज्ञ विभूति देवड़ा ने कहा, एअर इंडिया को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए नए विमान खरीदने होंगे और बेहतर रखरखाव करना होगा। उन्हें उचित रखरखाव पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि एअर इंडिया का अतीत उतार-चढ़ाव भरा रहा है। सरकारी स्वामित्व के दौरान, 2010 में दुबई से एक बोइंग 737 विमान घरेलू हवाई अड्डे पर रनवे से आगे निकल गया और खाई में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इसमें 158 लोग मारे गए। 2020 में, इसकी कम लागत वाली इकाई एअर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान भारत में एक रनवे से फिसल गया, जिसमें 21 लोग मारे गए। ब्रिटेन में उड़ान देरी के लिए सबसे खराब एयरलाइन का दर्जा मिला ब्रिटेन में पहले से ही उड़ान देरी के लिए एअर इंडिया को सबसे खराब एयरलाइन का दर्जा मिला है। मई में पीए न्यूज एजेंसी की ओर से नागर विमानन प्राधिकरण के डाटा के अनुसार, 2024 में इसकी उड़ानें औसतन लगभग 46 मिनट देरी से रवाना हुईं। वित्तीय मोर्चे पर भी एअर इंडिया को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कम से कम वित्तीय वर्ष 2019-20 से यह घाटे में है। 2023-24 में, एअर इंडिया ने 4.6 अरब डॉलर की बिक्री पर 520 मिलियन डॉलर का शुद्ध घाटा दर्ज किया। लंबी दूरी का सिकंदर ड्रीमलाइनर 14 साल से भर रहा उड़ान लंबी दूरी की उड़ानों के लिए सबसे बेहतर विकल्प माने जाने वाले बोइंग के ड्रीमलाइनर ने 14 साल पहले आसमान में उड़ान भरी थी और अब, 1,100 से अधिक ऐसे विमान सेवा में हैं। बृहस्पतिवार को एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें विमान में सवार 241 लोगों की जान चली गई। यह भी पहली बार था कि सबसे अधिक बिकने वाले वाइड-बॉडी ड्रीमलाइनर या बोइंग 787 को घातक दुर्घटना का सामना करना पड़ा। एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के अनुसार, दुर्घटना में शामिल बोइंग 787-8 विमान-वीटी-एएनबी- 11.5 साल पुराना था और 41,000 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भर चुका था। वैश्विक स्तर पर 1,148 बोइंग 787 विमान सेवा में हैं, जिनकी औसत आयु 7.5 वर्ष है। एअर इंडिया और इंडिगो के पास हैं बी787 विमान वर्तमान में, भारत में सिर्फ एअर इंडिया और इंडिगो ही बी787 विमानों का संचालन करती हैं। एअर इंडिया के बेड़े में 34 बी787 में से 27 बी787-8एस पुराने विमान हैं। जुलाई में पहले बी787-8 को रेट्रोफिट के लिए भेजा जाएगा। पिछले साल विस्तारा के साथ विलय के बाद शेष सात बी 787-9 एअर इंडिया के बेड़े में शामिल हुए थे। सीरियम के अनुसार, एअर इंडिया ने 20 अतिरिक्त बी787 विमानों का ऑर्डर दिया है और 24 अतिरिक्त विमानों के लिए विकल्पों के लिए आशय पत्र भी दिया है। हाल ही में, इंडिगो ने नॉर्वेजियन वाहक नॉर्स अटलांटिक से लीज पर लिए गए बी787 का संचालन शुरू किया है। इंडिगो लंबी दूरी के संचालन के लिए ऐसे कुल छह विमानों को लीज पर लेने जा रही है। इसे भी पढ़ें-विमान हादसे में जल गए सपने:किसी को पढ़-लिखकर नाम करना था, तो कोई अकेला कमाने वालाअब गम में डूबे परिवार

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jun 14, 2025, 07:14 IST
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