अनवर मसूद का मज़ाहिया कलाम: है आप के होंटों पे जो मुस्कान वग़ैरा
है आप के होंटों पे जो मुस्कान वग़ैरा क़ुर्बान गए उस पे दिल ओ जान वग़ैरा बिल्ली तो यूँही मुफ़्त में बदनाम हुई है थैले में तो कुछ और था सामान वग़ैरा बे-हिर्स-ओ-ग़रज़ क़र्ज़ अदा कीजिए अपना जिस तरह पुलिस करती है चालान वग़ैरा अब होश नहीं कोई कि बादाम कहाँ है अब अपनी हथेली पे हैं दंदान वग़ैरा
- Source: www.amarujala.com
- Published: Mar 02, 2021, 20:21 IST
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