कलाकार, लेखक और विचारक समाज का संवेदनशील वर्ग: डॉ. स्वराज सिंह
अमर उजाला ब्यूरोपटियाला। प्रसिद्ध थियेटर संस्था कला कृत्ति और पंजाबी वर्ल्ड सेंटर पंजाबी यूनिवर्सिटी के संयुक्त सहयोग से प्रसिद्ध कवियत्री बलविंदर कौर थिंड की कविता संग्रह वलवलियां दी दुनिया पर एक चर्चा का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में कलाकार, लेखक और विचारक शामिल हुए और उन्होंने इस पुस्तक पर खुलकर चर्चा की। मुख्य अतिथि डॉ. स्वराज सिंह, वर्ल्ड थिंकर अवार्ड विजेता और अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ ने कहा कि ज्ञान और कला का मेल संयोग है या यह जरूरी है। क्योंकि कलाकार, लेखक और विचारक एक साथ आ रहे हैं और मानवता को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंजाबी वर्ल्ड सेंटर के निदेशक डॉ. भीम इंद्र सिंह ने कहा कि पूंजीवाद का कोई विकल्प नहीं है। बलविंदर कौर थिंड की पुस्तक पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी किताबें आम लोगों का ज्ञान बढ़ाती हैं और बलविंदर कौर ने इस पुस्तक में समाज के हर वर्ग के लिए कविताएं लिखी हैं।कार्यक्रम के विशेष अतिथि अक्षय गोपाल नवयुग ने भी कहा कि कवि समाज की समस्याओं को महसूस कर कविता लिखता है। यह उसकी आत्मा का भोजन है। पुस्तक चर्चा में मुख्य वक्ता डॉ. मीत खटड़ा ने कहा कि थिंड की शैली बहुत स्पष्ट, तटस्थ, जागरूक, गंभीर, प्रभावशाली, बौद्धिक और अर्थपूर्ण है। प्रसिद्ध कवि बलबीर जलालाबादी ने भी कहा कि बलविंदर कौर थिंड आम लोगों की कवियत्री हैं और उनमें लोगों को जगाने की क्षमता है। उनकी कलम में न केवल शब्दों का दुख है बल्कि समाज के दिखावटी लोगों के मन और दोहरेपन को उजागर करने का दृष्टिकोण भी है।डॉ. इकबाल सोमिया ने भी वलवलियां दी दुनिया पुस्तक के बारे में अपने विचार और इसके सुधार के लिए कुछ सुझाव दिए और भविष्य में कवियत्री से और बेहतर प्रयास की उम्मीद जताई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कलाकार, लेखक और विचारक शामिल हुए। इनमें प्रमुख कवि बलविंदर सिंह भट्टी, जसविंदर खारा, अनीता पटियालवी, कमलजीत कौर, रमनदीप कौर रिंपी, चन पटियालवी, डॉ. लक्ष्मी नारायण भिखी, बचन सिंह गुरम, मंगत खान, कृष्ण लाल, श्याम सिंह प्रेम, आत्मा सिंह गुलजार पटियालवी, जोगा सिंह, नाहर सिंह, राजेंद्र सिंह, नवरूप सिंह, गुरमुख सिंह, जागी सिंह, प्रेम कौर और कई अन्य लेखक शामिल थे।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Sep 20, 2025, 19:54 IST
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