Bihar: बिहार चुनाव खत्म होने से पहले मध्यप्रदेश क्यों पहुंचे राहुल गांधी, भाजपा बोली, हार देख भागी कांग्रेस
बिहार में दूसरे चरण का मतदान होने में केवल दो दिन का समय शेष रह गया है। इसे देखते हुए भाजपा, जदयू और राजद सहित सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी है। लेकिन इस महत्वपूर्ण समय में भी राहुल गांधी मध्य प्रदेश पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने पार्टी के जिला कांग्रेस नेताओं की बैठक को संबोधित किया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि बिहार चुनाव में अपनी करारी हार देख राहुल गांधी बिहार का मैदान छोड़ भाग गए हैं। वे केवल वहां से आरोप लगाने का काम कर रहे हैं। भाजपा के इस हमले को कांग्रेस ने आधारहीन बताया है और पार्टी ने कहा है कि राहुल गांधी की नौ नवंबर को भी दो रैलियां हैं। मध्य प्रदेश पहुंचने के बाद भी राहुल गांधी ने वोट चोरी के अपने मूल मुद्दे पर भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला किया है। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि हरियाणा - महाराष्ट्र में वोट चोरी हुई है और उनके पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं जिसे वे बार- बार लोगों के सामने रख रहे हैं, समय आने पर वे एक बार फिर सबके सामने सबूत रखेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश में लोकतंत्र बनाए रखने के लिए एसआईआर का हर तरीके से विरोध करेगी और वोट चोरी नहीं होने देगी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अमर उजाला से कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी केवल आरोप लगाने की राजनीति करते हैं, उनके पास कोई सबूत नहीं होने के बाद भी वे केवल चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर आरोप लगाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि बिहार में अपनी हार देख राहुल गांधी चुनाव से पहले भाग गए हैं। अब भी केवल हार की जिम्मेदारी से बचने के लिए आरोप लगा रहे हैं। पूनावाला ने कहा कि कोई भी चुनाव होने पर किसी भी पार्टी का नेता सबसे पहले चुनाव जीतने की कोशिश करता है, अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ता है, जगह-जगह सभाएं करता है और अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम करता है। लेकिन राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं को अकेला छोड़ मध्यप्रदेश का रुख कर लिया है। इसी से यह समझ में आता है कि अब उन्हें बिहार में कोई उम्मीद नहीं दिखाई पड़ रही है। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने एक विचित्र बयान देते हुए कहा है कि 'यदि वोट चोरी नहीं होगी तो महागठबंधन चुनाव जीत जाएगा, लेकिन यदि वोट चोरी होती है तो कुछ भी हो सकता है।' भाजपा ने कहा है कि यह हर हाल में अपने आप को सही साबित करने की झूठी कोशिश है। यदि बिहार चुनाव कांग्रेस के पक्ष में आ जाए तो वे यह कहकर प्रचारित करने की कोशिश करेंगे कि उन्होंने वोट चोरी को रोकने में सफलता पाई, लेकिन यदि मजागठबंधन चुनाव हार जाती हैं तो उसके लिए वोट चोरी का बहना पहले ही तैयार है। भाजपा पार्टी ने कहा कि यह केवल अपनी नाकामी को छुपाने का तरीका है, लेकिन जनता इस सच्चाई को समझती है और इसलिए वह कांग्रेस की इस तरह की बेबुनियाद बातों पर कोई भरोसा नहीं करेगी। भाजपा ने बिहार में दो तिहाई बहुमत से जीत का दावा किया है। राहुल गांधी और कांग्रेस मैदान में- प्रबल प्रताप शाही कांग्रेस नेता प्रबल प्रताप शाही ने अमर उजाला से कहा कि राहुल गांधी पर बिहार चुनाव से भागने का आरोप लगाना आधारहीन है। आज नौ नवंबर को भी वे बिहार में दो रैलियों को संबोधित करने जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के एक सांगठनिक बैठक को लेकर उन पर हमला करना गलत सोच से प्रेरित है क्योंकि भाजपा के कई बड़े नेता भी आज चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वोट चोरी के पर्याप्त सबूत सामने आने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी उसे स्वीकार नहीं कर रही है और हर बहाने बनाकर अपनी झूठी कोशिश को सफल साबित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि थाईलैंड की एक मॉडल के नाम से हरियाणा में 22 मतदाता पहचान पत्र बन जाए और उनकी वोटिंग हो जाए, लेकिन इसके बाद भी भाजपा वोट चोरी का आरोप स्वीकार न करे तो इसे केवल बेशर्मी ही कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आकर के यह स्वीकार करना चाहिए कि अब तक उन्होंने केवल धांधली और वोट चोरी के दम पर ही चुनाव जीता है। जनता का समर्थन उनसे बहुत पहले दूर जा चुका है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी पूरी तरह चुनाव मैदान में डटे हुए हैं, अपने कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने का काम कर रहे हैं और चुनाव जीतने के लिए जनता को अपने पक्ष में मोड़ने के लिए हर संभव उचित कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 20 साल की एंटी इनकंबेंसी फैक्टर नीतीश कुमार सरकार पर भारी है और इस बार बिहार की जनता बदलाव के लिए वोट कर रही है। प्रबल प्रताप शाही ने कहा कि कोरोना काल के दौरान बिहार के जिन गरीब मजदूरों को अपने घर आने के लिए ट्रेन की सुविधा नहीं दी गई, किसी तरह घर आने का प्रयास करने वाले लोगों पर केस दर्ज किया गया और उन्हें परेशान किया गया, आज वही भाजपा और केंद्र सरकार ट्रेनों में भर-भर कर हरियाणा, पंजाब, झारखंड और मध्य प्रदेश से बिहारी श्रमिकों को उनके घर ला रही है और अपने पक्ष में वोट डलवाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे यह समझ में आ जाता है कि भाजपा अपनी हार देख किस तरह चुनाव प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि, लेकिन बिहार का मजदूर यह जानता है कि उसके हक के लिए किसने काम किया है, बिहार आने के बाद वह महागठबंधन के पक्ष में ही मतदान करेगा।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Nov 09, 2025, 15:16 IST
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