Ujjain News: महाकाल की नगरी में यात्रियों के लिए शुरू हुई भरोसे वाली सवारी, QR कोड बना सुरक्षा कवच
भगवान महाकाल के दर्शन के लिए रोज देशभर से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बुधवार को जीआरपी ने नए नवाचार की शुरुआत की। जीआरपी की इस नई पहल को हमारी सवारी भरोसे वाली और पटरी की पाठशाला का शुभारंभ किया गया। GRP एसपी पद्म विलोचन शुक्ला के अनुसार, 'हमारी सवारी भरोसे वाली' नवाचार का मुख्य केंद्र बिंदु यात्रियों को सुरक्षित परिवहन प्रदान करना है। इस पहल के तहत, गैर-आपराधिक पृष्ठभूमि वाले ऑटो चालकों के वाहनों पर एक विशेष QR कोड लगाया गया है। यात्री इस कोड को स्कैन करके तुरंत चालक का नाम, लाइसेंस नंबर और आपराधिक रिकॉर्ड की स्थिति जान सकेंगे। आपराधिक चालकों को रेलवे परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा। इस कोड में आपातकालीन नंबर भी शामिल है, जिससे यात्री दुर्व्यवहार या किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस मदद ले सकते हैं। यात्रा के बाद यात्री फीडबैक भी दे सकते हैं, और उत्कृष्ट सेवा देने वाले चालकों को सम्मानित किया जाएगा। दूसरे नवाचार 'पटरी की पाठशाला' के माध्यम से रेलवे स्टेशन के आसपास की बस्तियों में रहने वाले लोगों को, विशेषकर बच्चों और युवाओं को, नशे से दूरी, गुड टच-बैड टच और शिक्षा के महत्व जैसे विषयों पर जागरूक किया जाएगा। इन नवाचारों का शुभारंभ डीआईजी (रेलवे) शायर वसीम ने किया, जिनका उद्देश्य उज्जैन आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित और यादगार बनाना है। ये भी पढ़ें-घर के सामने खड़ी थी कार, आधी रात में कोई लगा गया आग; सीसीटीवी कैमरे में भागता दिखा आरोपी QR कोड स्केन करते ही मिल रही यह जानकारी रेलवे एसपी पद्म विलोचन शुक्ला ने बताया कि हमारी सवारी भरोसे वाली टैग के साथ ऑटो रिक्शा पर सत्यापित वाहन चालक का क्यूआर कोड लगाया गया है, जिसमें ऑटो चालक का नाम, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर, कोई प्रकरण तो दर्ज नहीं, ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर, लाइसेंस नंबर के साथ आपातकालीन नंबर भी शामिल है। जिसे मोबाइल से स्कैन करते ही चालक की पूरी कुंडलीउसमें बैठने वाले यात्री के सामने आ रही है। इससे श्रद्धालुओं को किसी भी आपात स्थिति में मदद मिल सकेगी। आपातकालीन नंबर रहेगा क्यूआर कोड में आपातकालीन नंबर भी रहेगा। यदि कोई ऑटो चालक गलत व्यवहार करता है तो यात्री उस नंबर पर कॉल कर पुलिस की मदद ले सकते हैं। वहीं सफर पूरा होने पर रिव्यू भी दिया जा सकेगा जिससे अन्य यात्रियों को भी इसकी जानकारी मिल सकेगी। जो ऑटो चालक बेस्ट होगा उसे सम्मानित भी किया जाएगा। क्यूआर कोड उन्हीं ऑटो पर लगाया गया है, जिसके चालक आपराधिक प्रवृत्ति के नहीं हैं। आपराधिक प्रवृत्ति के चालक स्वत: ही रिजेक्ट हो गए हैं, उन्हें परिसर में भी एंट्री नहीं मिली।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Dec 03, 2025, 17:35 IST
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