BR Gavai: 'जजों की टिप्पणी की सोशल मीडिया में हो रही गलत व्याख्या', जानिए सीजेआई बीआर गवई ने क्यों चेताया

भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने मंगलवार को अदालती कार्यवाही के दौरान न्यायाधीशों द्वारा की गईं मौखिक टिप्पणियों को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से प्रस्तुत किए जाने पर चिंता व्यक्त की है। मुख्य न्यायाधीश की ओर से यह बयान उन पर एक वकील द्वारा जूता उछालने की कोशिश के एक दिन बाद आया है। वकील ने खजुराहो में विष्णु की मूर्ति की पुनर्स्थापना की याचिका पर पिछले महीने मुख्य न्यायाधीश द्वारा की गई टिप्पणी से नाखुश होने का दावा किया था। सीजेआई ने सुनाया किस्सा मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश गवई ने एक किस्सा साझा किया। उन्होंने अपने सहयोगी न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन को एक मामले की पिछली सुनवाई के दौरान ऑनलाइन गलत व्याख्या से बचने के लिए कुछ खुले तौर पर टिप्पणियां करने से रोक दिया था। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, मेरे विद्वान भाई (न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन) को कुछ टिप्पणी करनी थी, मैंने उन्हें धीरज मोर मामले की सुनवाई के दौरान इसे व्यक्त करने से रोक दिया। वरना इसे सोशल मीडिया पर हमें नहीं पता कि क्या रिपोर्ट किया जाता मैंने अपने विद्वान भाई से अनुरोध किया कि वे इसे केवल मेरे कानों तक ही सीमित रखें। मुख्य न्यायाधीश और न्यायमूर्ति चंद्रन की पीठ अखिल भारतीय न्यायाधीश संघ द्वारा न्यायिक अधिकारियों की सेवा शर्तों, वेतनमान और करियर प्रगति से संबंधित मुद्दों पर दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Oct 07, 2025, 17:37 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




BR Gavai: 'जजों की टिप्पणी की सोशल मीडिया में हो रही गलत व्याख्या', जानिए सीजेआई बीआर गवई ने क्यों चेताया #IndiaNews #National #CjiBrGavai #SupremeCourt #SubahSamachar