पहाड़ों पर आपदा : उत्तराखंड में बादल फटने से अब थराली में तबाही... दो की मौत, हिमाचल में बारिश का कहर
उत्तराखंड में उत्तरकाशी के धराली के बाद अब चमोली के थराली में बादल फटने से भारी तबाही हुई। मलबे में दबकर एक युवती और एक बुजुर्ग की मौत हो गई।पांच लोग घायल हैं। कई मकान और दुकान क्षतिग्रस्त हो गए। 50 से अधिक वाहन मलबे के साथ बह गए। आपदा-प्रभावित 90 परिवारों के 400 लोगों को राहत केंद्रों में भेजा है। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात करीब 1:00 बजे बादल फटने से बरसाती नाला टुंडी गधेरा उफान पर आ गया। पानी के साथ आए मलबे ने तहसील परिसर, सेपडन व कोटदीप बाजार और थराली के आसपास के इलाकों में कई घरों व दुकानों को चपेट में ले लिया। मलबे में दबने से सगवाड़ा गांव में 21 वर्षीय युवती और चेपड़ों में बुजुर्ग की मौत हो गई। एसडीएम पंकज भट्ट का आवास भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने किसी तरह जान बचाई। थराली, चेपड़ों और राड़ीबगड़ के बाजार मलबे से भर गए हैं। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। थराली-सागवाड़ा और डुंगरी मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों समेत पुलिस-प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जाहिर करते हुए कहा कि प्रशासन व पुलिस मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। उन्होंने कहा, स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं और स्थिति पर नजर रख रहा हूं। हिमाचल : सौ घरों में भरा पानी हिमाचल में शनिवार को ऊना व सोलन में भारी बारिश हुई। ऊना के अंब में धंधड़ी व टकारला में नाले के उफान पर आने से 100 घरों समेत टकारला गांव में पानी घुस गया। वहीं, सोलन जिले के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-नालागढ़ फोरलेन भारी बारिश से जलमग्न होने से कई वाहन फंस गए। कुल्लू के जौह गांव में भूस्खलन और जमीन में गहरी दरारें आने से नौ घर खाली करवा दिए हैं। शनिवार शाम तक प्रदेश में 312 सड़कें, 97 बिजली ट्रांसफार्मर और 51 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। तार स्पैन से निकाले 20 से ज्यादा वाहन : कुल्लू के लगघाटी में जकडेहल गांव के पास नागूझौड़-दोघरी-समाणां सड़क का 200 मीटर लंबा हिस्सा धंसने के बाद ग्रामीणों ने वहां फंसे 20 से अधिक वाहनों को तार स्पैन की मदद से निकाला। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। टीकाकरण के लिए उफनाता नाला पार कर स्वास्थ्य केंद्र पहुंची नर्स हिमाचल में बाढ़-भूस्खलन में कई सड़क-पुल बह जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं। शुक्रवार को स्टाफ नर्स ने उफनता स्वाड़ नाला छलांग लगाकर पार किया, तब वह स्वास्थ्य केंद्र पहुंच सकी। टिक्कर गांव निवासी नर्स कमला ने बताया, सुधार पंचायत में स्वास्थ्य केंद्र पहुंचना मुश्किल था। चार किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है। वहां एक शिशु का टीकाकरण करना जरूरी था, इसलिए उफनाता नाला पार किया।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Aug 24, 2025, 03:51 IST
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