Kanjhawala Case : पुलिस का दावा-आरोपियों ने कबूला गुनाह, माना कि कार में फंसी थी युवती, डर के मारे नहीं निकाला
दिल्ली पुलिस ने रविवार को दावा किया कि सुल्तानपुरी घटना में शामिल आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इन लोगों ने खुलासा किया है कि स्कूटी से टक्कर लगने के बाद उन लोगों को पता चल गया था कि युवती कार के नीचे फंस गई है। उसे निकालने के लिए आरोपियों ने कार को दो बार आगे पीछे भी किया था। इसके बाद भी युवती के नहीं निकलने पर वे घबरा गए और कार को तेजी से भगाने लगे। आरोपियों ने बताया कि युवती को उन लोगों ने कार रोककर नहीं हटाया क्योंकि उन्हें डर था कि वह हत्या के मामले में फंस सकते हैं। युवती को कार से इसलिए घसीटा ताकि वह अपने आप ही निकल जाए। सुल्तानपुरी घटना के मामले में पुलिस की जांच लगभग पूरी होने वाली है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने बताया कि कार से युवती को निकालने के लिए ही वह कई बार कार को यूटर्न किया और उसे खराब रास्तों में लेकर गए। करीब दो घंटे तक घूमने के बाद कंझावला में यू टर्न लेने के दौरान युवती कार से निकल गई। उसके बाद वह कार को तेज रफ्तार से चला कर कार मालिक के घर पर पहुंचे। इस दौरान उन लोगों ने कार मालिक और अंकुश को घटना की जानकारी दे दी थी। आरोपियों ने पूछताछ में कार में अमित खन्ना, मनोज मित्तल, कृष्ण और मिथुन के सवार होने की बात कही है। कार सवार आरोपियों ने बताया कि घटना के बाद वह काफी डर गए थे। उन्हें उस समय कुछ समझ में नहीं आ रहा था। आरोपियों ने माना है कि घटना के बाद कार में संगीत नहीं बज रहा था। खुद को बचाने के लिए उनलोगों ने कार में संगीत बजने की बात कही थी। जिसकी वजह से युवती के कार में फंसे होने की जानकारी उन्हें नहीं हुई। वहीं पुलिस के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने पूछताछ में अपना अपराध कबूल कर लिया है और उनके बयानों का सत्यापन भी कर लिया गया है। अंजलि की मां का चल रहा है इलाज, घर पहुंचने के बाद होगी रस्म अदायगी कंझावला कांड में मृतका अंजलि की मां रेखा का दिल्ली के एक अस्पताल में अभी भी इलाज चल रहा है। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में दाखिल किया गया। सोमवार को रेखा को अस्पताल से डिस्चार्ज किए जाने की संभावना है। अंजली की मौत के बाद उसके घर में रविवार को धार्मिक रीति रिवाजों के तहत आयोजन किया जाना था। मां के अस्पताल में होने की वजह से सोमवार या मंगलवार को रस्म अदायगी की जाएगी। अंजलि के मामा ने बताया कि चूंकि बहन की तबीयत ठीक नहीं थी, इसलिए उन्हें अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। खून की कमी के साथ साथ डायलिसिस भी चल रहा है। सोमवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी अंजलि के घर पर रस्म अदायगी की जाएगी। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि अभी तक दिल्ली सरकार से उन्हें फौरी राहत के तौर पर राशि नहीं मिली है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Jan 09, 2023, 03:55 IST
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