डिजिटल वेरिफिकेशन सिस्टम: अब स्कैन से पता चलेगा दवा असली है या नकली, मिलेगा सुरक्षा कवच
बाजार में नकली और मिलावटी दवाइयों की बढ़ती चुनौती अब आम लोगों के स्वास्थ्य और दवा कंपनियों की विश्वसनीयता पर सीधा असर डाल रही है। इसी गंभीर समस्या का समाधान खोजते हुए शेख जलगांव महाराष्ट्र के तीन छात्रों फैजान, फरहीन, अंशया ने युवाओं ने एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो किसी भी दवा की प्रामाणिकता को कुछ सेकंड में जांच सकता है। जिसके अंतर्गत https://iisf-final-project.onrender.com/ पर लॉगइन करके दवा पर बने क्यू आर कोड को स्कैन करना होगा और उस दवा की गुणवत्ता रिपोर्ट सामने आ जाएगी। इनके इस प्रोजेक्ट को सी एस आई ओ में आयोजित कार्यक्रम हेकेथौन में काफी सराहा गया है। टीम ने बताया कि इस सिस्टम की खासियत यह है कि यह तकनीकी समझ वाले लोगों तक सीमित नहीं, बल्कि सामान्य उपभोक्ता के लिए भी बेहद सरल बनाया गया है। कोई भी व्यक्ति दवा को तीन तरीकों से वेरिफाई कर सकता है बैच नंबर टाइप करके, पैकिंग पर बने सुरक्षित क्यू आर को स्कैन करके और फिर दवा/पैकिंग की एक फोटो अपलोड करके जो तरीका सुविधाजनक लगे, उससे दवा की पहचान तुरंत हो जाती है। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में 5 हजार दवाओं का डेटा इसमें फीड किया गया है। धीरे धीरे इसे विस्तृत किया जाएगा। मैन्यूफैक्चरर डेटा से तुरंत मिलान जैसे ही उपयोगकर्ता जानकारी भेजता है, सिस्टम उसे वास्तविक कंपनी के डेटाबेस से मिलाता है, जिसमें बैच नंबर, उत्पादन स्थान, एक्सपायरी, पैकिंग डिजाइन, कीमत, क्यू आर सिग्नेचर और छिपे माइक्रो-टेक्स्ट जैसे सभी तत्व शामिल होते हैं। यही वजह है कि फर्जी पैकिंग भी यहां पकड़ी जा सकती है। सरल भाषा में मिलता है परिणाम जांच पूरी होने के बाद यूजर को तीन आसान परिणामों में से एक दिखाई देता है—दवा असली है, कुछ जानकारी संदिग्ध है और रिकॉर्ड में दवा मौजूद नहीं। तकनीकी शब्दों से दूरी रखते हुए यह सिस्टम आम उपभोक्ता के लिए बनाया गया है ताकि हर कोई इसे समझ सके। इस तकनीक की सबसे बड़ी ताकत इसकी मल्टी-लेयर वेरिफिकेशन है। अगर क्यू आर कोड खराब हो जाए तो बैच नंबर काम आ जाता है, और यदि बैच नंबर अस्पष्ट हो तो फोटो-आधारित पैकिंग तुलना से पहचान संभव है। क्यू आर में छिपी माइक्रो-टेक्स्टिंग इसे नकली बनाना लगभग असंभव करती है। इस्तेमाल भी सरल किसी ऐप की जरूरत नहीं, सिर्फ मोबाइल या कंप्यूटर ही काफी है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Dec 09, 2025, 05:40 IST
डिजिटल वेरिफिकेशन सिस्टम: अब स्कैन से पता चलेगा दवा असली है या नकली, मिलेगा सुरक्षा कवच #CityStates #Chandigarh #FakeMedicine #HackathonAtCsio #DigitalVerificationSystem #SubahSamachar
