चंडीगढ़ में गैंगवार: दुबई में सिप्पा के कत्ल के बाद रची गई पैरी की हत्या की साजिश, एक जैसा तरीका

पिछले महीने दुबई में चलती कार में लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सुखदीप उर्फ सिप्पा उर्फ जोरा सिद्धू की हत्या के बाद गैंगवार और तेज हो गई है। इसी वारदात का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने हरप्रीत सिंह पैरी को निशाना बनाने की साजिश रची। दोनों मामलों में अपराध का तरीका एक जैसा रहा। इन दोनों को उनके भरोसेमंद व्यक्ति ने मिलने के बहाने बुलाया और बाद में हत्या कर दी गई। लॉरेंस गैंग के हरी बॉक्सर और आरजू बिश्नोई ने सोशल मीडिया पोस्ट डालकर पैरी की हत्या की जिम्मेदारी भी ली। उनका आरोप था कि पैरी, रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ के इशारे पर क्लबों से पैसे वसूलता था। उन्होंने चेतावनी दी कि क्लब संचालक और बुकी भी उनकी हिटलिस्ट मेंहैं। सूत्रों के अनुसार हरी बॉक्सर और आरजू फिलहाल विदेश में छिपे हैं। अमर उजाला ने 15 नवंबर को जीरकपुर के युवक की दुबई में चलती कार में हत्या की खबर प्रकाशित की थी, जिसमें बताया गया था कि यह वारदात गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने करवाई थी। सिप्पा मूलरूप से पंजाब का रहने वाला था। सूत्रों का कहना है कि अब गोल्डी बराड़, पैरी की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस के किसी करीबी पर बड़ा हमला कर सकता है। अनमोल के डिपोर्ट होने के बाद सिप्पा बना लॉरेंस का सबसे भरोसेमंद हैंडलर सूत्रों के अनुसार अनमोल बिश्नोई के डिपोर्ट किए जाने के बाद लॉरेंस के पास कोई ऐसा आदमी नहीं बचा था, जिस पर वह पूरा भरोसा कर सके। इसके बाद सिप्पा को ही गैंग का मुख्य हैंडलर बना दिया गया। नेटवर्क, उगाही और पैसों का लेन-देन तक सिप्पा संभालने लगा। वह गोल्डी बराड़ के भाई गुरलाल बराड़ का भी बेहद करीबी था और जीरकपुर में उसी के साथ रहता था। 10 अक्तूबर 2020 को इंडस्ट्रियल एरिया में गुरलाल की हत्या कर दी गई थी। घटना के समय दोनों क्लब में मौजूद थे लेकिन गुरलाल अकेले बाहर निकला था। गोलियां चलने की खबर मिलते ही सबसे पहले सिप्पा मौके पर पहुंचा लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। लॉरेंस और गोल्डी के बीच बढ़ती दुश्मनी के चलते बाद में गोल्डी बराड़ ने सिप्पा को ही निशाना बनाकर दुबई में उसकी हत्या करवा दी। दुबई में भरोसा जीतकर चलती कार में तेजधार हथियार से हत्या दुबई में सिप्पा की हत्या बड़ी साजिश का हिस्सा थी। हमलावर जर्मनी से पहुंचे थे। उन्होंने पहले सिप्पा का भरोसा जीता और फिर मिलने के बहाने बुलाकर चलती कार में तेजधार हथियार से उसके सिर और गर्दन पर वार कर दिए। सामने आई तस्वीरों में उसके सिर पर गहरे घाव साफ दिखे। गैंग की कमान पहले गोल्डी के पास थी कुछ साल पहले तक लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ एक ही गैंग में काम करते थे। गैंग का विदेश नेटवर्क और पैसों का हिसाब-किताब गोल्डी ही संभालता था लेकिन आपसी मतभेद बढ़ने पर दोनों अलग हो गए। इसी टकराव में सिप्पा को निशाना बनाया गया क्योंकि वह दुबई में बैठकर लॉरेंस के अवैध कारोबार को चला रहा था। दुबई सेफ हैहमसे दुश्मनी करोगे तो कहीं भी सेफ नहीं सिप्पा की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि आज दुबई में जोरा सिद्धू की गला काटकर हत्या करवाई है। ये लॉरेंस का हैंडलर बनकर हमारे भाई को मरवाने में शामिल था। चाहे दुबई हो, कनाडा या अमेरिका किसी भी देश में छिपो, बच नहीं सकते। देर हो सकती है, लेकिन छोड़ेंगे नहीं। जहां पुलिस नहीं पहुंच सकती, हम पहुंच जाएंगे। हमारे दुश्मन तैयार रहें, जल्द मुलाकात होगी।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Dec 03, 2025, 18:07 IST
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