मरीज माफिया: गोरखपुर के निजी अस्पताल में बेच दिया था मरीज, एंबुलेंस चालक -ईएमटी पर केस दर्ज; सेवा भी बर्खास्त

देवरिया मेडिकल कॉलेज से गंभीर हालत में रेफर किए गए बच्चे को वेंटिलेटर दिलाने के नाम पर निजी अस्पताल को बेचने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को 108 नंबर की एंबुलेंस के चालक और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) व अज्ञात पर केस दर्ज किया है। शुक्रवार भोर में आरोपी एंबुलेंस चालक व ईएमटी फिर उसी मरीज को लेकर देवरिया से बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे, सूचना पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। बच्चे को मेडिकल कॉलेज के बाल रोग संस्थान में भर्ती करा दिया गया है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। एंबुलेंस चालक और ईएमटी को बर्खास्त कर दिया गया है। देवरिया जिले के सलेमपुर क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 भरौली की लक्ष्मी देवी ने बताया कि 17 जनवरी की रात करीब एक बजे उसकी देवरानी लीलावती के बच्चे के सीने में जकड़न होने पर देवरिया मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां से डॉक्टर ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। 108 नंबर की एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ले आने पर यहां बाल रोग संस्थान के कर्मचारियों ने बताया कि वेंटिलेटर खाली नहीं है, दो दिन इंतजार करना पड़ेगा। एंबुलेंस चालक और ईएमटी बच्चे की गंभीर हालत का हवाला देते हुए उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए। वहां अस्पताल वालों ने एंबुलेंस चालक को पांच-पांच सौ रुपये के कई नोट दिए। अस्पताल वालों ने बच्चे की स्थिति गंभीर बताकर 60 हजार रुपये वसूल लिए। इसके बाद और रुपये जमा करने के लिए कहा गया। आरोप है कि बच्चे की हालत में सुधार न होने पर जब वापस मेडिकल कॉलेज ले जाने की बात की तो निजी अस्पताल कर्मियों ने गलत इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी। परेशान परिजनों ने बृहस्पतिवार को गुलरिहा पुलिस से मामले की शिकायत की। इसके बाद रात में ही स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल पहुंची। टीम को अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि बच्चे को डिस्चार्ज किया जा चुका है, लेकिन परिजन ले नहीं जा रहे हैं। आधी रात में बीमार बच्चे व पीड़िता को भेजा देवरिया निजी अस्पताल प्रबंधन ने मामले को तूल पकड़ता देख बृहस्पतिवार देर रात बीमार बच्चे की मां से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराकर निजी एंबुलेंस से रात करीब 12 बजे देवरिया जिला अस्पताल भेज दिया। वहां पहुंचने पर डॉक्टर ने फिर बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद घरवालों ने 108 नंबर पर कॉल किया। संयोग से इस बार भी वही एंबुलेंस पहुंची, जो 17 तारीख को बच्चे को लेकर गोरखपुर आई थी। परिजन बच्चे को लेकर मेडिकल कॉलेज आए और यहां पहुंचते ही मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी को सूचना दी। पुलिस ने बच्चे को बाल रोग संस्थान में भर्ती कराने के बाद उरुवा क्षेत्र के भवानीपुर निवासी एंबुलेंस चालक मुनिंद्र कुमार और सहजनवा क्षेत्र के बनकटिया निवासी ईएमटी मिथिलेश गुप्ता को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। रात में निजी अस्पताल की जांच कराई गई। वह अस्पताल पंजीकृत है। बीमार बच्चे का इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। आरोपी एंबुलेंस चालक और ईएमटी को बर्खास्त कर दिया गया है। रात में अस्पताल में कोई मरीज भर्ती नहीं मिला: डॉ. आशुतोष दूबे, सीएमओ बीमार बच्चे की मां की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है: रवि कुमार सिंह, सीओ गोरखनाथ

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 25, 2025, 02:05 IST
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