Social Media Poetry: नये साल में बाढ़ न आये पड़े न सूखा, नये साल में रहे न कोई नंगा भूखा
नये साल में नयी खुशी है नयी ललक है नये साल में नयी बधाई आवश्यक है, नये साल में सदा सुरक्षित जनगण मन हो नये साल में नयी उमंगें नया सृजन हो नये साल में नया जोश भारत में आये नये साल में हर घुसपैठी बाहर जाये, नये साल में शान्त स्वस्थ संपूर्ण देश हो नये साल में सारा भारत कैशलेस हो, नये साल में बाढ़ न आये पड़े न सूखा नये साल में रहे न कोई नंगा भूखा, नये साल में हो न कहीं भी कोई दंगा नये साल में और साफ हो पावन गंगा,
- Source: www.amarujala.com
- Published: Jan 03, 2023, 18:41 IST
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