बात सेहत की: इंटरनेट सिंड्रोम से बिगड़ी भावी डॉक्टरों की मनोदशा, मनोरोग विभाग ने 141 छात्रों पर किया सर्वे
भावी डॉक्टरों को भी इंटरनेट सिंड्रोम बीमार कर रहा है। तनाव, अवसाद आदि के साथ इंटरनेट सिंड्रोम का गठजोड़ मेडिकल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है। इन छात्रों को मनोरोग विशेषज्ञों का सहारा लेना पड़ रहा है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विभाग ने 141 मेडिकल छात्रों पर सर्वे किया है। इसमें 50.34% छात्र इंटरनेट के लती मिले। सर्वे से यह भी पता चला है कि छात्राओं की तुलना में छात्रों में इंटरनेट सिंड्रोम की लत अधिक है। इंटरनेट सिंड्रोम के साथ ही मेडिकल छात्र तनाव, अवसाद आदि की गिरफ्त में आ रहे हैं। एक वर्ष में 15 से 20 एमबीबीएस छात्रों ने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण मानसिक रोग विभाग में परामर्श लिया। इनमें प्रमुख रूप से अवसाद, घबराहट, बाइपोलर डिस्ऑर्डर, पढ़ाई का तनाव, व्यक्तित्व विकार और नशे की आदतों जैसी समस्याएं देखने को मिलीं। कुछ मामलों में छात्रों में अत्यधिक चिड़चिड़ापन, आक्रामकता और सामाजिक व्यवहार में बदलाव भी स्पष्ट रूप से दिखा।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Jul 24, 2025, 08:56 IST
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