Thackeray: 'तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे ठाकरे बंधु', मंत्री बोले- सरकारी कर्मचारियों पर बनाया जा रहा दबाव
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आशीष सेलार ने ठाकरे बंधुओं पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और सरकारी कर्मचारियों पर एसआईआर को लेकर दबाव बनाने का आरोप लगाया। भाजपा नेता ने कहा कि विपक्ष झूठा नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहा है। चुनाव आयोग ने बीते दिनों महाराष्ट्र समेत 12 राज्यों में मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कराने का फैसला किया था। विपक्ष द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। हाल ही में महा विकास अघाड़ी ने इसके खिलाफ मोर्चा भी निकाला और चुनाव आयोग पर भाजपा की मदद करने के आरोप लगाए। भाजपा का ठाकरे बंधुओं पर पलटवार अब सत्ताधारी भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं और आगामी निकाय चुनाव के लिए सरकारी कर्मचारियों पर दबाव बनाने की साजिश रच रहे हैं। महाराष्ट्र में बीएमसी समेत राज्यभर के निकायों में जनवरी 2026 तक चुनाव होने हैं। शेलार ने आरोप लगाया कि 'ठाकरे बंधु और महा विकास अघाड़ी के नेता पाप कर रहे हैं, वे बिहारियों से नफरत करने के साथ ही अपने ही मराठी लोगों को भी निशाना बना रहे हैं।' 'तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे ठाकरे बंधु' शेलार ने कहा कि 'वे हमारा राजनीतिक रूप से विरोध कर सकते हैं, लेकिन उन्हें इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए। वे हिंदू मतदाताओं की कथित कई एंट्री पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन ऐसा करके वे हिंदू मुस्लिम बंटवारे के बीज बो रहे हैं। उन्होंने अन्य समुदाय के मतदाताओं के नामों का जिक्र क्यों नहीं किया हम इसका जवाब चाहते हैं।' शेलार ने कहा कि 'क्यों मराठी लोगों पर ही मतदाता सूची में फर्जी एंट्री के आरोप लगाए जा रहे हैं एनसीपी एसपी विधायक रोहित पवार द्वारा करजत जमखेड विधानसभा में फर्जी एंट्री के आरोप लगाए गए, लेकिन उसी लिस्ट में इमरान कादर और तबस्सुम अब्दुल मुलानी के नाम की भी डबल एंट्री हैं, लेकिन ये राज ठाकरे को क्यों नहीं दिखाई दी और उन्हें सिर्फ मराठी लोगों के नाम ही क्यों दिखे' आशीष सेलार ने कहा कि 'मुस्लिम और अन्य समुदाय के लोगों के नामों की भी कई एंट्रीज हैं, लेकिन सिर्फ हिंदू, दलित, मराठी लोगों की ही बात की जा रही है।' ये भी पढ़ें-INC:'अमेरिका के साथ संभावित व्यापार समझौता दर्दनाक अनुभव बना', कांग्रेस ने ट्रंप का नाम लेकर केंद्र को घेरा किसान नेता ने शिवसेना यूबीटी से दिया इस्तीफा किसान नेता किशोर तिवारी ने शिवसेना यूबीटी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। तिवारी ने राज ठाकर के साथ गठबंधन के फैसले से नाराजगी जताते हुए पार्टी छोड़ने का फैसला किया। तिवारी ने बयान जारी कर कहा कि मनसे हिंदी बोलने वाले लोगों, भाषाई अल्पसंख्यकों और मुस्लिमों के खिलाफ बात करती है जबकि विपक्षी गठबंधन की रीढ़ ही ये मतदाता हैं। इससे पहले फरवरी में किशोर तिवारी को शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता के पद से हटा दिया गया था।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Nov 03, 2025, 14:40 IST
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