Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या के दिन बन रहे कई दुर्लभ योग, जरूर करें इन चीजों का दान; मिलेगा पुण्य फल
महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान यानी मौनी अमावस्या का स्नान 29 जनवरी को है। इस बार मौनी अमावस्या पर त्रिग्रही योग के साथ चार योग बन रहा है और श्रवण नक्षत्र रहेगा। मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बनेगा। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। शिववास, सिद्धि, वृषभ गुरु व वज्र योग बन रहा है। काशी में भी स्नान-दान के लिए पांच से 10 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ होगी। आचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री व आचार्य शुभम मिश्रा के अनुसार माघ मास की अमावस्या तिथि 28 जनवरी की शाम 07:11 बजे से शुरू होकर 29 की शाम 6:28 बजे तक रहेगी। जबकि 29 को अमावस्या तिथि का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:30 बजे से 6:22 बजे तक रहेगा। इस दिन लाभ चौघड़िया सुबह 7:10 बजे से होगा। अमृत चौघड़िया सुबह 8:31 से 9:52 बजे तक रहेगी। शुभ चौघड़िया सुबह 11:13 बजे से 12:34 बजे तक है। मौनी अमावस्या पर मान्यतानुसार पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है। इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस मास को भी कार्तिक के समान पुण्य मास कहा गया है। गंगा तट पर इसी कारण भक्तजन एक मास तक कुटी बनाकर गंगा स्नान व ध्यान करते हैं।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Jan 25, 2025, 22:18 IST
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