Hamirpur (Himachal) News: मोरथ का दफ्तर बंद, अब पत्राचार में उलझेगी व्यवस्था
डर के साये में बीस पंचायतों का सफर, नौ माह बाद भी एमडीआर सड़क ऊहल कक्कड़ पर सफर जोखिमपूर्णलोक निर्माण विभाग की सड़कों को एनएच निर्माण से 97 लाख नुकसानसंवाद न्यूज एजेंसीहमीरपुर। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मोरथ) का प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट हमीरपुर बंद होने से अब लोक निर्माण विभाग के छह सड़कों को हुए नुकसान की रिकवरी होने का संकट गहरा गया है। चार रिमांडर भेजे जाने के बाद भी इन छह सड़कों को सुरक्षा की दृष्टि से बेहतर करने के लिए मोरथ की ओर से कोई कदम उठाना तो दूर जवाब तक नहीं मिला है। इन छह सड़कों को 97 लाख रुपये के करीब नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग उपमंडल टौणीदेवी की ओर से तो मेजर डिस्ट्रिक रोड (एमडीआर) टौणीदेवी-ऊहल कक्कड़ को यातायात के लिए नौ माह पूर्व ही असुरक्षित घोषित कर दिया था। बाकायदा इसके लिए नोटिस बोर्ड लगा कर लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई थी। इस एमडीआर सड़क की दूरी 30 किमी है। 20 से अधिक पंचायतों को यह सड़क यातायात का मुख्य साधन है। इस सड़क क्षेत्र के लोग टौणीदेवी और हमीरपुर पहुंचते हैं, लेकिन नौ माह से असुरक्षित हो चुकी इस सड़क पर डर के साये में सफर करने को मजबूर हैं। लोक निर्माण विभाग टौणीदेवी कार्यालय की ओर से मोरथ को इस समस्या के समाधान के लिए चार दफा पत्र जारी किया गया, लेकिन एक भी पत्र का जवाब नहीं मिला है। भोरंज एसडीएम कार्यालय की ओर से भी मोरथ से जवाब मांगा गया था लेकिन धरातल पर समस्या लगातार बनी हुई है। कार्यालय बंद होने से अब दोबारा व्यवस्था पत्राचार में उलझने की आशंका है। बाक्सइन सड़कों को पहुंचा है खासा नुकसान एनएच निर्माण के चलते झनिकर से बारी मंदिर, टौणीदेवी जंक्शन, कलंझिड़ी से कांगरी, कोट से धवान और बराड़ा से पटनौण में सड़कों को नुकसान पहुंचा है। सड़कों के लिए संपर्क रास्ते, लोगों के घर, पेजयल पाइपलाइन, खेतों के रास्ते भी प्रभावित हुए हैं लेकिन यह अभी तक दुरुस्त नहीं किए गए हैं। एनएच निर्माण में सड़क सुरक्षा के लिए होता है प्रावधानकिसी भी एनएच के निर्माण के दौरान सड़क सुरक्षा नियमों के तहत प्रभावित क्षेत्रों में घरों, सरकारी संपत्तियों और रास्तों को सुरक्षा प्रदान करने के बजट का प्रावधान होता है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि इस बजट खर्च किया गया है अथवा नहीं। अब यह प्रोजेक्ट शिमला से संचालित होगा ऐसे में सुनवाई कितनी होगी इसे लेकर लोक निर्माण विभाग हमीरपुर और स्थानीय लोगों में संशय ही बना हुआ है। कोट्सचार दफा मोरथ को पत्राचार किया गया है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। लोगों को सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। विभाग अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहा है। नीतीश कुमार, एसडीओ लोक निर्माण विभाग उपमंडल टौणीदेवी प्रशासन ने भी पत्राचार किया है लेकिन मोरथ से कोई जवाब नहीं मिला है। इस बारे में प्रोजेक्ट डायरेक्टर से बातचीत हुई है उन्होंने समस्या के समाधान के लिए कदम उठाने की बात कही है। शशिपाल एसडीएम भोरंज
- Source: www.amarujala.com
- Published: Sep 21, 2025, 19:34 IST
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