Meerut News: हे खग मृग हे मधुकर श्रेनी, तुम्ह देखी सीता मृगनैनी...

- रामलीला में सीता की खोज में निकले श्रीराम ने पशु, पक्षियों से किए सवालमाई सिटी रिपोर्टरमेरठ। भैसाली मैदान अयोध्यापुरी की रामलीला में वैदिक मंत्रों के बीच पूजन हुआ। कंचन मृग बनकर आया सिय का अपहरण कराने, माया का मारीच चला मायापति को भटकाने, सीता बोलीं वो देखें स्वामी है मृग कंचन का, लाये चर्म निशान रहेगा चौदह बरस गमन का जैसे गीतों के साथ सीता अपहरण का मंचन किया गया। रुद्राक्ष कला मंच के कलाकारों ने सीता हरण और रावण-जटायु युद्ध भी दिखाया।माता सीता की खोज में निकले श्रीराम बोले- हे खग मृग हे मधुकर श्रेनी। तुम्ह देखी सीता मृगनैनी, खंजन सुक कपोत मृग मीना, मधुप निकर कोकिला प्रबीना। इस चौपाई का अर्थ है- हे पक्षियों, पशुओं, भौरों, तुमने कहीं मृगनयनी सीता को देखा है, खंजन, तोता, कबूतर, हिरन, मछली, भौंरों के समूह, प्रवीण कोयल सभी से श्रीराम पूछते हैं कि तुमने मेरी सीता को कहीं देखा है। वन में घूमते-घूमते राम और लक्ष्मण शबरी के आश्रम में पहुंचे। शबरी कई दशकों से श्रीराम का इंतजार कर रही थीं। श्रीराम ने शबरी की कुटिया में बैठकर उनके दिए हुए झूठे बेर खाए। कलाकारों ने दिखाया कि भगवान तो भाव के भूखे हैं। वह जाति, धर्म, वर्ण आदि नहीं देखते हैं। सच्चे मन से जो भी उस परमात्मा का स्मरण करता है वह उन्हें प्राप्त करता है। इस दौरान श्रीराम सुग्रीव मित्रता और बाली वध का भी मंचन किया गया। लीला का उद्घाटन संजय बिंदल, जेपी ने किया। पूजनकर्ता कमल ठाकुर, रोहित जैन, संजय रस्तौगी और दीप प्रज्ज्वलन अजय गुप्ता, राजेश गोयल, राकेश गोयल, पवन कुमार, संदीप गोयल रहे। इस अवसर पर अनिल जैन, विवेक रस्तौगी, वरुण अग्रवाल, पवन गर्ग, गणेश अग्रवाल, विजय गोयल, नितिन बालाजी, देवेंद्र गोयल, अंकित गुप्ता, पारस गोयल रहे। --------शबरी मिलन लीला के मंचन ने भावविभोर कियामेरठ। जिमखाना मैदान में शहर रामलीला कमेटी की ओर से श्रीराम के जयकारों के साथ मंचन आरंभ हुआ। उद्घाटन पूर्व कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल ने किया। पूजनकर्ता देवेंद्र कंसल, अनवेश गर्ग, राजन गर्ग रहे। इस दौरान सीता हरण, जटायू शरणागति और शबरी मिलन के मंचन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। मंचन में दिखाया गया कि मारीच स्वर्ण मृग के रूप सीता को मोहित कर देता है। सीता जी श्रीराम से उसका शिकार करने का आग्रह करती हैं। श्रीराम हिरण के पीछे दूर निकल जाते हैं।राम के वन जाने के बाद मारीच श्रीराम की आवाज में लक्ष्मण जी को पुकारता है। माता सीता आदेश देकर लक्ष्मण जी को श्रीराम के पीछे भेज देती हैं। इस बीच रावण साधु वेश धराण कर आता है। लक्ष्मण रेखा को वह पार नहीं कर पाता है। वहीं, पुष्पक विमान में सीता को हरण कर रावण लंका की ओर चल देता है। जटायु उन्हें बचाने के लिए आता है। रावण उन्हें भूमि पर धराशायी कर देता है। जटायु अंतिम सांस लेते हुए श्रीराम को सीता के हरण की जानकारी देते हैं। इस दौरान शबरी मिलन प्रसंग भी दिखाया गया। इस अवसर पर मनोज गुप्ता, मनोज अग्रवाल, योगेंद्र अग्रवाल, आलोक गुप्ता, राजन सिंघल, मनीष गुप्ता, विपुल सिंघल, आदित्य, विपिन अग्रवाल, नूपुर जौहरी, आशा सिंह आदि रहीं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 27, 2025, 15:56 IST
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