Office Boundaries Tips: दफ्तर में चाहिए सम्मान तो अपनाएं ये टिप्स, "ना" कहने पर भी नहीं होगा कोई नाराज
दफ्तर में व्यक्ति हर दिन अपना सबसे अधिक समय बिताता है। इस दौरान उसकी सहकर्मियों से दोस्ती भी होती है तो कुछ के साथ प्रतियोगी रिश्ता बन जाता है। कहीं आपको प्रोफेशनलिज्म दिखाना पड़ता है तो कहीं दफ्तर की पाॅलिटिक्स से बचना होता है। इसके अलावा सहकर्मियों और बाॅस से रिश्ता भी मधुर बनाकर रखना होता है। इस सब के बीच अपनी सीमाएं भी तय करनी होती हैं। ये वह सीमाएं होती हैं जो आपके समय, सम्मान, भावनाओं और काम की गुणवत्ता को सुरक्षित रखें, बिना खुद को अशिष्टया अभिमानी दिखाएं। आइए जानते हैं, कैसे लोग हर दिन दफ्तर की भीड़ में खुद को खोए बिना, ईमानदारी और संतुलन के साथ प्रोफेशनल बाउंड्री की एक मजबूत दीवार खड़ी कर सकते हैं। दफ्तर में सीमाएं सेट करना क्यों जरूरी ऑफिस में हर कोई आपका दोस्त नहीं होता और हर बातचीत आपकी जिम्मेदारी भी नहीं। सीमाएंइसलिए जरूरी हैं क्योंकिहर समय उपलब्ध रहना आपके लिए आसान नहीं हो सकता है।हर बात में “हाँ” कहना आपकी वैल्यू को कम करता है।हर इंसान से निजिता दफ्तर संबंधों को खराब कर सकती है।और सबसे बड़ा सच, लोग उतना ही आगे बढ़ते हैं, जितनी इजाज़त आप देते हैं। हालांकि किसी को उसकी सीमाएं बताते समय आपका व्यवहार ऐसा न हो कि सामने वाला नाराज हो जाए या आपके व्यवहार में रूखापन दिखे।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Nov 21, 2025, 16:22 IST
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