Barmer: परंपरा और प्रयोग एक साथ, स्कूल में 50 साल बाद फिर लौटी पुरानी यादें;धोती-कुर्ता में पहुंचे पूर्व छात्र
परंपरा और प्रयोग का एक बेहतर समन्वय देखने को मिला है। शायद ऐसी तस्वीरें और कार्यक्रम देश के बहुत ही कम स्कूलों में होता होगा। और यह कार्यक्रम भी एक बेहतर सोच की मजबूत उपज है। जरा सोचिए स्कूल और कॉलेज के बिछड़े दोस्त भला फिर कहां मिलते हैं जल्दी लेकिन मिलते हैं.. और बड़ी शान से मिलते हैं। इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया है। गौरतलब है किबाड़मेर जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल कवास में शनिवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। जिसने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। 70 साल के आसपास के छात्र धोती-कुर्ता और साफा पहनकर स्कूल पहुंचे। मानो 50 साल पीछे का सफर तय कर लिया हो। तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी सांगाराम जांगिड़ समेत उनके सभी सहपाठी कक्षा में दरी पर बैठे और 90 साल के शिक्षक उन्हें पढ़ाते हुए नजर आए। यह दृश्य सुनने और देखने में जितना अलग लग रहा है, उतना ही यादगार भी रहा। दरअसल, यह सब 1975 में इसी स्कूल से 10वीं कक्षा पास करने वाले छात्रों के स्नेह मिलन कार्यक्रम के आयोजन के कारण हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी सांगाराम सुथार की पहल पर किया गया। 50 साल बाद पुराने सहपाठी एक-दूसरे से मिले, पुरानी यादें ताज़ा कीं और जीवन के अनुभवों को साझा किया। ये भी पढ़ें-Youth World Archery Championship 2025: राजस्थान के शूरवीरों ने साधा निशाना, कनाडा में गूंजा भारत ने जीता गोल्ड 90 साल के शिक्षक ने ली क्लास कार्यक्रम की शुरुआत सुबह स्कूल परिसर में हुई। जहां सभी छात्र एकत्रित हुए। इसके बाद वे अपनी पुरानी कक्षा में गए।जहां उन्होंने दरी पर बैठकर पढ़ाई की। 90 साल के शिक्षक भींयाराम चौधरी, टीचर स्वरूप सिंह महेचा और हिंदी के टीचर जेठनाथ गोस्वामी ने उन्हें पढ़ाया। इस दौरान, छात्रों ने अपने पुराने दिनों की यादें ताजा कीं और शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया। ये भी पढ़ें-RBSE Exam Form Last Date: राजस्थान बोर्ड ने10वीं-12वीं की परीक्षा के लिए आवेदन की तिथियों में किया बदलाव 1975 में कक्षा 10वीं के बैच में 28 छात्र थे, जिसमें 22 शामिल हुए इस कार्यक्रम में जिले के राउमावि कवास के 50 साल पूरे होने पर गोल्डन जुबली भी मनाई गई। 1975 में इस स्कूल से 10वीं की परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को भी 50 साल पूरे होने पर सम्मानित किया गया। स्कूल में 1975 में कक्षा 10वीं में कुल 28 स्टूडेंट्स थे। जिनमें से 22 स्टूडेंट्स इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए। हालांकि इस कार्यक्रम में एक दुखद पहलू भी था। इस बैच के चार साथी अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनके दोस्तों ने उन्हें याद किया और उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों और वर्तमान छात्रों ने भी भाग लिया। उन्होंने छात्रों के इस प्रयास की सराहना की और इसे एक प्रेरणादायक घटना बताया। धोती-कुर्ता पहनकर पहुंचे छात्र, 90 साल के शिक्षक ने दी शिक्षा- फोटो : credit धोती-कुर्ता पहनकर पहुंचे छात्र, 90 साल के शिक्षक ने दी शिक्षा- फोटो : credit
- Source: www.amarujala.com
- Published: Aug 24, 2025, 11:46 IST
Barmer: परंपरा और प्रयोग एक साथ, स्कूल में 50 साल बाद फिर लौटी पुरानी यादें;धोती-कुर्ता में पहुंचे पूर्व छात्र #CityStates #Barmer #BarmerNews #RajsthanNews #SubahSamachar