Kurukshetra News: कर्मचारी कम होने से मरीजों को नहीं मिल रहीं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

मुनीश मुंडेकुरुक्षेत्र। सरकारी अस्पतालों में पैरामेडिकल स्टाफ की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है। प्रदेशभर में पैरामेडिकल के सात हजार स्वीकृत पदों में से करीब दो हजार पद रिक्त पड़े हैं। कर्मचारियों के अभाव में मरीजों को परेशानी हो रही है। विभाग में कर्मचारी कम होने के कारण एक कर्मचारी को एक से अधिक जिम्मेदारी सौंपी हैं। जिससे कर्मचारियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। काम के बोझ के कारण कर्मचारी ठीक से अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे। प्रदेशभर में नर्सिंग ऑफिसर के 5041 स्वीकृत पद है जिनमें से 450 पद खाली पड़े हैं। वहीं लैब टेक्नीशियन के 1338 में से 426 पद, ईसीजी टेक्नीशियन के 140 पदों में से 114 पद, रेडियोग्राफर के 395 पदों में से 134 पद, नेत्र सहायक के 395 पदों में से 134 पद खाली पड़े हैं। ऐसे ही सिविल सर्जन कार्यालय में मुख्य फार्मेसी अधिकारी के 22 पदों में से 18 पद, वरिष्ठ फार्मेसी अधिकारी के 36 स्वीकृत पद में से 36 ही पद रिक्त पड़े हैं। संवादनर्सिंग ऑफिसर के जिला स्वीकृत पद भरे पद खाली पद कुरुक्षेत्र 221 191 30करनाल 299 247 52कैथल 204 182 22अम्बाला 370 277 93फरीदाबाद 155 135 20यमुनानगर 231 160 71बॉक्स रेडियोग्राफर के जिला स्वीकृत पद भरे पद खाली पदकुरुक्षेत्र 18 9 9करनाल 27 20 7कैथल 14 6 8अम्बाला 26 10 16यमुनानगर 20 3 17सिरसा 21 5 16महेंद्रगढ़ 17 7 10बॉक्ससरकार को भेजी रिपोर्ट : डॉ. सुखबीरकर्मचारियों की कमी को लेकर कई बार सरकार को अवगत करा चुके हैं। जल्द ही कर्मचारियों की नियुक्ति होने की संभावना बनी हुई है। प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है। डॉ. सुखबीर सिंह , डायरेक्टर स्वास्थ्य विभाग

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Aug 25, 2025, 06:02 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Kurukshetra News: कर्मचारी कम होने से मरीजों को नहीं मिल रहीं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं #PatientsAreNotGettingBetterHealthFacilitiesDueToShortageOfStaff #SubahSamachar