Siddharthnagar News: गबन की जांच में उलझी पुलिस, विवेचना आगे बढ़े तो आरोपी जाएं जेल

-डुमरियागंज पुलिस ने तत्कालीन अभियंता सहित पांच लोगों को जारी किया था नोटिस -17 बिंदुओं पर मांगा है जवाब, भाग रहा बिजली निगम -रिपोर्ट मिलने के बाद आगे बढ़ी कार्रवाई, कई अधिकारी आएंगे जद मेंहाशिम रिजवीडुमरियागंज। डुमरियागंज विद्युत उप खंड कार्यालय में तैनात रहे टेक्नीशियन मनोज कुमार की ओर से बिजली बिल संग्रह के दौरान 60 लाख रुपये के गबन के आरोप में एक्सईएन की तरफ से दो माह पहले दर्ज कराए गए केस में अभी तक जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। उसने विद्युत निगम के अधिकारियों से 17 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। ताकि जांच आगे बढ़े और दायरे में आने वाले सलाखों के पीछे जाएं। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। कई लोग बेनकाब होंगे। वहीं, मामले में अधिशाषी अभियंता का कहना है कि मांगी गई 17 बिंदुओं पर पुलिस को सूचना उपलब्ध करा दी गई है। निलंबित टेक्नीशियन से गबन की धनराशि वसूली को लेकर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।विद्युत उप खंड कार्यालय बैदोलागढ़ में तैनात रहे टेक्नीशियन मनोज कुमार पर बिल संग्रह की धनराशि 60,15,425, 57 रुपये गबन का आरोप है। मामले में एक्सईएन की तहरीर पर डुमरियागंज पुलिस ने दो माह पहले केस दर्ज किया था। तभी से यहां चर्चाओं का बाजार गर्म रहा है, कि इतनी बड़ी धनराशि का गबन बिना बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से संभव नहीं है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस की जांच धीमी चल रही है। जांच का कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। न किसी पर दोष सिद्ध हुआ और न ही चार्जशीट दाखिल की गई। इससे जांच प्रकिया पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। वहीं, पुलिस इस बात से परेशान थी कि उसने जो रिपोर्ट मांगा है, वह निगम की ओर से देने में शिथिलता बरती जा रही है, जिससे कार्रवाई आगे नहीं बढ़ रही है। कार्रवाई का आगे न बढ़ने के मतलब आरोपियों को सुबूत मिटाने के लिए समय मिलना है। पुलिस की ओर से मांग के बिंदुओं पर रिपोर्ट मिली है। उम्मीद है कि जांच जल्द पूरी होगी और कार्रवाई की जद में बाबू के अलावा अन्य लोग भी आएंगे। जो पर्दे के पीछे से मोटी रकम की हेराफेरी में सहयोग प्रदान किए हैं। (संवाद)---इन बिंदुओं पर पुलिस ने मांगा है जवाब विद्युत निगम के टेक्नीशियन पर लगे 60 लाख रुपये गबन के आरोप में पुलिस जांच में डुमरियागंज थाने के इंस्पेक्टर क्राइम आरके मिश्र की तरफ से रिपोर्ट मांगी गई है। 17 बिंदुओं की सूचना में प्रमुख रूप से टेक्नीशियन का मूल कार्य क्या था। वह किस विभागीय के कार्य के लिए अधिकृत था, तथा टेक्नीशियन के कार्यों का मूल्यांकन कैसे किया जाता था। उसकी अवधि मासिक, अर्द्धवार्षिक या वार्षिक होती थी, टेक्नीशियन के बिल संग्रह का आडिट का क्या प्रावधान है, टेक्नीशियन के अवकाश के दौरान उसका कार्य किससे कराया गया। उसका नाम पदनाम क्या है, एक वर्ष पहले 60 लाख रुपये गबन के मामले में भंडाफोड़ होने पर विभागीय उच्च अधिकारियों को पत्राचार कर दी गई। सूचना का ब्योरा तथा विद्युत उप खंड कार्यालय का संचालक कौन होता है, जमा बिल का मिलान कैसे किया जाता है आदि बिंदुओं पर सूचना मांगी गई है।---दो महीना पहले दर्ज हुआ था टेक्नीशियन पर केसविद्युत वितरण खंड प्रथम के अधीन विद्युत उपकेंद्र ग्रामीण पर तकनीशियन के पद पर तैनाती के दौरान मनोज कुमार पर 60 लाख से अधिक रुपये का गबन का आरोप लगाते हुए नौ दिसंबर 2024 को एक्सईएन की तरफ से केस दर्ज कराया गया था। इसमें पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया था कि आरोपी ने अप्रैल 2022 से 30/4/2023 तक की अवधि में राजस्व संग्रह कुल धनराशि 8417021''00 के सापेक्ष 7 , 81, 54792''43 राशि खंड के राजस्व संग्रह खाते में जमा की। संग्रहीत धनराशि में शेष करीब 60 लाख जमा नहीं किया गया, जिसके विरुद्ध अधिशाषी अभियंता संतोष कुमार त्रिपाठी की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच में जुट गई थी। कार्रवाई से प्रश्न उठने लगे हैं कि जब एक वर्ष तक मनोज कुमार ऑनलाइन वसूली करने के बाद निधारित धनराशि विधुत निगम के राजस्व खाते में जमा नहीं करता रहा तो वसूली के सापेक्ष जमा के लिए तैनात जिम्मेदारो ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। विभागीय सूत्रों की मानें तो आरोपी अपने निजी कार्यों से एक माह अवकाश पर घर पर गया तो उसके स्थान पर विभाग ने काम चलाने के लिए अन्य किसी से कार्य लिया। आरोपी की पासवर्ड आईडी से खूब मनमानी की गई। ---इन्हें जारी किया गया था स्पष्टीकरण नोटिस, किसी ने नहीं दिया जवाब टेक्नीशियन मनोज कुमार पर लगे 60 लाख रुपये के गबन के गंभीर आरोप के मामले में तीन सदस्यीय जांच टीम की जांच पूरी हो जाने के बाद अधीक्षण अभियंता की तरफ से डुमरियागंज डिवीजन कार्यालय में तैनात रहे तत्कालीन एक्सईएन राममूरत वर्तमान तैनाती गाजीपुर, सहायक अभियंता सुनील कुमार श्रीवास्तव वर्तमान एसडीओ इटवा, सरफराज वर्तमान एसडीओ हरैया, लेखाधिकारी सुजीत कुमार सोनकर वर्तमान तैनाती लखनऊ, सहायक लेखाकार प्रवीण कुमार वर्तमान तैनाती स्थल डुमरियागंज, राजस्व रोकडिया संजय कुमार श्रीवास्तव वर्तमान तैनाती डुमरियागंज को मामले में स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया गया था।और उनसे जवाब मांगा गया था कि उनकी देखरेख और निगरानी के बावजूद इतनी बडी धनराशि विद्युत निगम के खाते में इतने दिनों बाद भी जमा क्यों नहीं की गई। मामले में क्यों लापरवाही बरती गई।---बोले जिम्मेदारटेक्नीशियन मनोज कुमार पर 60 लाख रुपये गबन के दर्ज केस को लेकर विद्युत निगम के एक्सईएन से डेढ़ महीना पहले 17 बिंदुओं पर सूचना मांगी गई थी। जिसका जवाब न मिलने पर इस मामले में दो बार उनकी तरफ से रिमाइंडर भी भेजा गया है। तथा गबन केस के सिलसिले में कुछ लोगों को बुलाकर पूछताछ भी की गई है। सूचना उपलब्ध होने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।-आरके मिश्र, क्राइम इंस्पेक्टर, डुमरियागंज ---बोले जिम्मेदार पुलिस की तरफ से विभाग से मांगी गई 17 बिंदुओं की सूचना लिपिक के जरिये कल ही भेज दी गई है। उनके स्तर से जांच टीम को पूरा सहयोग किया जा रहा है, जिससे गबन करने वालों पर कार्रवाई हो सके।-संतोष कुमार त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता, डुमरियागंज डिविजन

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Feb 10, 2025, 23:18 IST
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