पंजाब में सियासी हलचल: हरियाणा के सीएम के फैसलों से भाजपा को मिलेगी संजीवनी, ओबीसी समीकरण साधने की रणनीति
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को सरकारी नौकरी देने और महिलाओं को 2,000 रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता देने का बड़ा ऐलान किया है। इन फैसलों की गूंज केवल हरियाणा तक सीमित नहीं बल्कि पंजाब की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। सीएम सैनी के इस कदम को भाजपा की रणनीतिक राजनीति का हिस्सा माना जा रहा है। खास तौर पर पंजाब को ध्यान में रखते हुए, जहां भाजपा अपने आधार को विस्तार देने की कोशिश लंबे समय से कर रही है। 1984 के दंगे आज भी पंजाब की सामाजिक और राजनीतिक चेतना में एक गहरा जख्म हैं। हरियाणा का यह फैसला भाजपा को सिख समुदाय के बीच संवेदनशील व न्यायप्रिय पार्टी के रूप में प्रस्तुत करने में मदद कर सकता है। सूबे में सिखों की आबादी बहुसंख्यक है। यह वर्ग अब तक आप, कांग्रेस और अकाली दल के बीच झूलता रहा है। भाजपा इस वर्ग को यह संदेश देना चाहती है कि वह इतिहास की पीड़ा को समझती है और न्याय की दिशा में ठोस पहल करने को तैयार है। ओबीसी समीकरण साधने की रणनीति नायब सिंह सैनी स्वयं पिछड़े वर्ग से आते हैं। भाजपा उन्हें एक ऐसे नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रस्तुत कर रही है जो सामाजिक समावेशिता और प्रतिनिधित्व की मिसाल बन सके। पंजाब में दोआबा और मालवा क्षेत्रों में सैनी, कुशवाहा, धीमान, कंबोज और अन्य पिछड़ी जातियों की महत्वपूर्ण जनसंख्या है। भाजपा इस वर्ग को अपने पाले में लाने की कोशिश में है। पिछले दो तीन माह से सीएम सैनी के पंजाब दौरों ( सुनाम, संगरूर, लुधियाना) को सियासत से ही जोड़कर देखा जा रहा है। बहरहाल, हरियाणा मॉडल और सीएम सैनी के जरिए भाजपा पंजाब में पांव जमाना चाहती है। ऐसे में हरियाणा के हालिया फैसलों को पंजाब की सियासत से अलग करके नहीं देखा जा सकता। यह साफ है कि भाजपा अब पंजाब में सिर्फ सहयोगी नहीं, निर्णायक शक्ति बनना चाहती है। सिख समुदाय को न्याय, महिलाओं को सीधे लाभ और ओबीसी वर्ग को नेतृत्व-यह तीन केंद्र बिंदुओं वाली रणनीति भाजपा को पंजाब में वह जमीन दिला पाएगी या नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन 2027 विस चुनाव से पहले यह घटनाक्रम भाजपा को पंजाब की राजनीतिक धरा पर उभरने का मौका जरूर देगा। आप वादों पर खरी नहीं उतरी, कांग्रेस-शिअद में आंतरिक गुटबाजी भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अरविंद खन्ना ने कहा कि आम आदमी पार्टी वायदों पर खरा नहीं उतर पाई है। वहीं कांग्रेस और अकाली दल आंतरिक गुटबाजी से जूझ रहे हैं। ऐसे में भाजपा मजबूत विकल्प के तौर पर खुद को स्थापित करेगी। खन्ना ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की भाजपा की नीतियां देश को प्रगति की ओर ले जा रही हैं। हरियाणा सरकार की घोषणाओं के लागू होने का असर निश्चित तौर पर पंजाब की राजनीति पर पड़ेगा । सीएम नायब सिंह सैनी की सोच हरेक वर्ग के हित साधने की है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Aug 27, 2025, 10:46 IST
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