Ujjain Mahakal: महाकाल की दो सवारियों का गजब संयोग, भक्तों को दर्शन देने दो बार नगर भ्रमण पर निकलेंगे बाबा

कार्तिक माह वैकुंठ चतुर्दशी पर सोमवार को उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर की दो सवारियां महज 7 घंटे के अंतराल में निकली जाएगी। यह संयोग इसलिए बना है, क्योंकि इस बार कार्तिक माह की दूसरी सवारी और बैकुंठ चतुर्दशी का पर्व एक ही दिन पड़ रहा है। महाकाल मंदिर प्रबंधन के अनुसार, रविवार आधी रात के बाद ही चतुर्दशी तिथि शुरू हो गई है। ऐसे में आज सोमवार शाम 4 बजे कार्तिक माह की दूसरी सवारी निकलेगी। इसमें भगवान महाकालेश्वर श्री चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में रजत पालकी में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। इसके बाद रात 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी निकाली जाएगी। कार्तिक माह की द्वितीय सवारी निकलेगी शाम 4 बजे, चंद्रमौलेश्वर के स्वरूप में देंगे दर्शन बाबा महाकाल श्री महाकालेश्वर भगवानकी कार्तिक माह की द्वितीय सवारी आज सोमवार को 3 नवंबर 2025 को सभामंडप में सायं 4 बजे विधिवत पूजन-अर्चन के बाद राजसी ठाट-बाट के साथ निकाली जावेगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया किए मंदिर परिसर स्थित सभामण्डप में पूजन उपरान्त भगवान श्री महाकालेश्वर चंद्रमौलेश्वर के रूप में अपनी प्रजा को दर्शन देने व उनका कुशलक्षेम जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे। श्री चंद्रमौलेश्वर भगवान की सवारी में श्री महाकालेश्वर बैंड, पुलिस बैण्ड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चोराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रा तट पहुंचेगी, वहां मं क्षिप्रा के जल से पूजन के पश्चात भगवान श्री चंद्रमौलीश्वर की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चोक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चोराहा, छत्री चोक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चोराहा होते हुए पुनः महाकाल मंदिर पहुंचेगी। बाबा महाकाल सौंपेंगे गोपाल जी को सृष्टि का भार, रात 11 बजे निकलेगी हरिहर मिलन की भव्य सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से आज सोमवार 3 नवंबर 2025, को रात्रि 11 बजे हरिहर मिलन की सवारी निकाली जाएगी। मान्यता है कि इस दिन श्री हर (श्री महाकालेश्वर भगवान) श्री हरि (श्री द्वारकाधीश जी) को सृष्टि का भार सौंपते हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि परम्परा अनुसार श्री महाकालेश्वर मंदिर के आन्तरिक परिसर स्थित सभामंडप से रात्रि 11 बजे श्री महाकालेश्वर भगवान की पालकी धूम-धाम से गुदरी चोराहा, पटनी बाजार होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेगी। जहां पूजन के दौरान बाबा श्री महाकालेश्वर बिल्व पत्र की माला गोपाल जी को भेट करेंगे एवं वैकुण्ठनाथ अर्थात श्री हरि तुलसी की माला बाबा महाकाल को भेंट करेंगे। पूजन उपरांत श्री महाकालेश्वर जी की सवारी पुनः इसी मार्ग से श्री महाकालेश्वर मंदिर वापस आयेगी। सवारी के साथ मंदिर के पुजारी-पुरोहित, कर्मचारी, अधिकारी आदि सम्मिलित होंगे एवंहरिहर मिलन सवारी के पश्चात श्री महाकलेश्वर मंदिर में प्रातः काल भस्मार्ती में भी हरिहर मिलन होगा। ये भी पढ़ें-इंदौर में आधी रात 'ऑपरेशन क्लीन', कलेक्टर के आदेश पर 10 फैक्ट्रियों पर जड़े ताले हरिहर मिलन के दौरान भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी में आतिशबाजी और हिंगोट/ रॉकेट के उपयोग पर लगा पूर्णतः प्रतिबंध कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 (1) के तहत दिनांक 3 एवं 4 नवंबर की मध्यरात्रि में होने वाले हरिहर मिलन (वैकुण्ठ चतुर्दशी समारोह) के दौरान भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी में आतिशबाजी एवं हिंगोट/ रॉकेट के उपयोग व चलाने एवं हिंगोट/रॉकेट के निर्माण कर विक्रय करने एवं संधारण करने को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाने के आदेश जारी कर दिये हैं। यदि किसी व्यक्ति द्वारा हरिहर मिलन समारोह के दौरान इस आदेश का उल्लघंन करता हुआ पाया जाता है तो उक्त कृत्य भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के तहत दण्डनीय अपराध होगा। उक्त आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 (1) के अंतर्गत एक पक्षीय रूप से पारित किया गया है, जो हरिहर मिलन समारोह की समाप्ति के पश्चात स्वतः निरस्त माना जाएगा।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Nov 03, 2025, 06:43 IST
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