टैरिफ वार: समझदारी से बाजार में उठाएं फायदा, चुनौतियों में छिपा है निवेश का सुनहरा मौका
अमेरिका के प्रमुख देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा से दुनियाभर के शेयर बाजारों में दहशत का माहौल है। अमेरिका के इस कदम का असर सिर्फ बाजार पर ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी महसूस किया जा रहा है। जिन सेक्टरों की अमेरिका पर निर्भरता ज्यादा है, उन पर टैरिफ की ज्यादा मार पड़ी है। इनमें वाहन, टेक्सटाइल, आईटी और इंजीनियरिंग गुड्स जैसे क्षेत्र प्रमुख हैं। टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों के शेयर पहले से ही दबाव में हैं, जो अगले कुछ हफ्तों तक बरकरार रह सकता है। ट्रंप प्रशासन की अगली नजर फार्मा और सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर है। इससे बाजार में निवेशकों के बीच चिंता का माहौल और भी गहरा हुआ है। अगली बैठक तक बना रहेगा दबाव भारतीय बाजार पर दबाव तब तक बना रहेगा, जब तक भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर अगली बैठक नहीं होती, जो इसी महीने के अंत में संभावित है। बैठक में 26 फीसदी टैरिफ के असर को कम करने और द्विपक्षीय व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने पर चर्चा होगी। मौजूदा स्थिति भारत के लिए चुनौतियों के साथ अवसर भी पैदा कर रही है। खासकर, जब चीन व वियतनाम जैसे देशों पर और भी ज्यादा टैरिफ लगे हैं। ये भी पढ़ें:टैरिफ:बेहतर स्थिति में भारत खिलौना उद्योग, घरेलू विनिर्माण बनाना होगा मजबूत; संयंत्र लगाना चाहती हैं कंपनियां हेल्थकेयर समेत इन क्षेत्रों में खरीदारी का मौका इस समय आम निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने पर ध्यान चाहिए। अब उन्हें ऐसे क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए, जो मजबूत नींव पर टिके हैं और भविष्य में वृद्धि की क्षमता रखते हैं। बाजार में गिरावट के दौरान मूल्यवान शेयरों में निवेश का अवसर होता है। ऐसे क्षेत्र जो घरेलू नीतिगत समर्थन जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर और खपत से लाभान्वित हो सकते हैं, उनमें निवेश करना आपके लिए सही कदम साबित हो सकता है। इसके अलावा, हेल्थकेयर, यूटिलिटीज और कंज्यूमर स्टेपल्स जैसे डिफेंसिव क्षेत्रों के साथ डिफेंस, अक्षय और रेलवे जैसे उभरते क्षेत्रों में भी निवेश का अच्छा मौका है। जानेंएक साल के लिए कहां लगा सकते हैं पैसा ऐसे क्षेत्रों का चुनाव करें, जो सरकार की नीतियों के अनुरूप हों, जिनमें विकास की संभावना हो और जिनका मूल्यांकन आकर्षक हो। इसके बाद उन क्षेत्रों के अग्रणी स्टॉक्स में निवेश करें। अगर आप एक साल के नजरिये से निवेश करना चाहते हैं तो ये शेयर अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं डिफेंस : हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लि., भारत डायनामिक्स लि.। बैंकिंग-एनबीएफसी : एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस। रियल एस्टेट : ओबेरॉय रियल्टी लि. और मैक्रोटेक डेवलपर्स लि.। ये भी पढ़ें:जोमैटाे फूड डिलीवरी के सीओओ ने दिया इस्तीफा, कहा- नए अवसर और जुनून को आगे बढ़ाने के लिए उठाया कदम किस सेक्टर पर ज्यादा मार और किसको होगा फायदा वाहन, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि निर्यात जैसे क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होंगे। ऑटो पार्ट्स निर्यात में भारी गिरावट दिख सकती है। हालांकि, टेक्सटाइल क्षेत्र लंबे समय में चीन और बांग्लादेश जैसे प्रतिस्पर्धियों की तुलना में फायदा उठा सकता हैै। इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर को भी फायदा हो सकता है, क्योंकि वैश्विक आपूर्ति शृंखला में बदलाव आ रहा है। आगे क्या हैं आसार घरेलू शेयर बाजार सितंबर, 2024 के ऑल टाइम हाई से करीब 13 फीसदी टूट चुका है। इसका प्रमुख कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की भारी बिकवाली है। एफआईआई अक्तूबर, 2024 से अब तक 2.27 लाख करोड़ की शुद्ध बिकवाली कर चुके हैं। मध्यम अवधि में बाजार का दृष्टिकोण सतर्क आशावादी बना हुआ है। घरेलू निवेश बाजार को स्थिरता देने में सहायक हो सकते हैं, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक अनिश्चितताएं, व्यापार युद्ध और कमजोर अंतरराष्ट्रीय मांग हावी हैं। भारत की घरेलू मांग और सरकार की ओर से किए जा रहे पूंजीगत खर्च से बाजार को सहारा मिल सकता है। रक्षा, अक्षय ऊर्जा व हेल्थकेयर जैसे क्षेत्र अच्छे रिटर्न दे सकते हैं। लेकिन निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि वैश्विक घटनाक्रम अब भी सेंटीमेंट को प्रभावित कर सकते हैं। संबंधित वीडियो-
- Source: www.amarujala.com
- Published: Apr 07, 2025, 04:36 IST
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