Bareilly News: वर्ष 2010 के दंगे में आठ मार्च को गिरफ्तार मौलाना 11 को हुए थे रिहा
बरेली। मार्च 2010 को बरेली के लोग नहीं भूलेंगे। पूरे महीने शहर दंगों की आग में झुलसता रहा था। उस समय प्रेमनगर, कोतवाली, बारादरी और किला थाना क्षेत्रों में कई दिन तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था। पुलिस ने 42 मुकदमों में 183 लोगों को नामजद किया, लेकिन एफआईआर में मौलाना तौकीर रजा खां का नाम शामिल नहीं किया गया था। तत्कालीन बसपा सरकार ने साजिशकर्ता की पहचान की जिम्मेदारी आईजी सिक्योरिटी आरपी सिंह को दी। उनकी जांच रिपोर्ट पर मौलाना को आठ मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, लेकिन उसे 11 मार्च को जमानत मिल गई। इसके बाद शहर फिर धधक उठा था। मार्च 2010 की अलग-अलग तिथियों में अमर उजाला में प्रकाशित खबरें इसकी गवाही दे रही हैं। दो मार्च 2010 को जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान प्रेमनगर थाना क्षेत्र के गुद्दड़बाग इलाके से शुरू हुए दंगे ने पूरे शहर को चपेट में ले लिया था। हिंसा, आगजनी, फायरिंग और पथराव के बीच चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। मौलाना की गिरफ्तारी के बाद उनके खानदान के लोग धरने पर बैठ गए थे। जिले में जगह-जगह गिरफ्तारियां दी जाने लगी थीं। हिंसक घटनाएं, आगजनी भी होने लगी थी। तत्कालीन डीजीपी करमवीर सिंह और प्रमुख सचिव गृह फतेह बहादुर कई दिन बरेली में डेरा डाले रहे। मौलाना की रिहाई के बाद 12 और 13 मार्च को फिर शहर में हिंसा और आगजनी हुई थी। आईजी सिक्योरिटी आरपी सिंह बरेली में डीआईजी रह चुके थे। दंगों के बीच वह पांच मार्च को ही साजिशकर्ताओं की पहचान करने बरेली पहुंच गए थे। तीन दिन की गोपनीय जांच में मौलाना समेत उसके 22 करीबियों के नाम प्रकाश में आए थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। इसके बाद ही पहली बार मौलाना की गिरफ्तारी हुई थी। दो दिन बाद ही जमानत मिलने के बाद मौलाना और उसके समर्थकों के हौंसले बुलंद हो गए थे।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Sep 28, 2025, 02:45 IST
Bareilly News: वर्ष 2010 के दंगे में आठ मार्च को गिरफ्तार मौलाना 11 को हुए थे रिहा #TheCleric #ArrestedOnMarch8InThe2010Riots #WasReleasedOnMarch11. #त्रुटि:ErrorCode:429-{'error':{'message':'youExceededYourCurrentQuota #PleaseCheckYourPlanAndBillingDetails.ForMoreInformationOnThisError #ReadTheDocs:Https://platform.openai.com/docs/guides/error-codes/api-errors.' #'type':'insufficient_quota' #'param':None #'code':'insufficient_quota'}} #SubahSamachar