टाइम मशीन : उम्र तो बस एक संख्या है, खुद के बारे में जैसा महसूस करेंगे वैसे हो जाएंगे नंबर
वर्ष 2000 में रूल्स फॉर एजिंग नामक मेरी एक किताब प्रकाशित हुई, जो जीवन की सांध्य बेला में जीवन कैसे जिएं से संबंधित एक मार्गदर्शिका है। उस समय मैं 60 वर्ष का था और मुझे लगता था कि बुढ़ापे के बारे में मैं एक-दो बातें जानता हूं। पच्चीस वर्ष बाद मैंने अभी-अभी उसकी अगली कड़ी पूरी की है, जो बहुत बुजुर्ग लोगों के लिए मेरी सलाह को दर्शाता है। मैं हाल के दिनों में ऐसा बहुत कुछ कर रहा हूं, जिन्हें सीखने में मुझे 85 वर्ष लग गए। हालांकि, मेरा मानना है कि इन्हें किसी भी उम्र में अपनाया जा सकता है। किसी को आपकी फिक्र नहीं पच्चीस साल पहले भी यह बात सही थी और आज भी यह सच है। कोई भी आपके बारे में नहीं सोचता है। कोई कभी सोचेगा भी नहीं। न आपके गुरु, न आपके मंत्री, न आपके सहकर्मी, न आपके मनोचिकित्सक और न ही कोई व्यक्ति। यह निराशाजनक लग सकता है, लेकिन मुक्तिदायक भी है। याद है वह समय, जब आप सार्वजनिक रूप से गिर गए थे पिछले हफ्ते जब आपने डिनर पर मूर्खतापूर्ण टिप्पणी की थी वह शानदार किताब, जो आपने लिखी थी कोई भी इसके बारे में नहीं सोच रहा है। दूसरे सभी लोग सिर्फ अपने बारे में सोच रहे हैं, ठीक आपकी तरह। युवा मित्र बनाएं बुजुर्गों के लिए युवाओं की संगति से ज्यादा उत्साहवर्धक कुछ भी नहीं है। वे बुद्धिमान, उत्साही, जानकारीपूर्ण और जीवन से भरपूर होते हैं। युवाओं से बात करते वक्त आप उनकी ऊर्जा को अपने भीतर तो महसूस करेंगे ही, इसका सबसे मजेदार पहलू यह है कि उन्हें पता नहीं चलता कि कब आप उनसे झूठ बोल रहे हैं। डॉक्टरों के फेर में न पड़ें काश! इस नियम का पालन मैं खुद कर पाता, लेकिन अब जब मैं बूढ़ा हो गया हूं, तो चिकित्सा पद्धति से मेरा रिश्ता काफी बदल गया। जितना मैंने कभी सोचा नहीं था, उससे ज्यादा मेरे चिकित्सक हैं-इनमें से प्रत्येक मेरे शरीर के उस अंग विशेष पर ध्यान देता है, जिसके अस्तित्व के बारे में मुझे पहले पता ही नहीं था। वे ध्यान आकर्षित करने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रहे हैं। इस हफ्ते मेरी किडनी और हृदय के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है। मेरे पिता और मेरी बेटी, दोनों ही डॉक्टर रहे। अभी मेरे परिवार में सात डॉक्टर हैं, जिनमें से एक पोता मेडिकल स्कूल में है। मुझे डॉक्टर नापसंद नहीं हैं; बल्कि, मुझे एक से दूसरे डॉक्टर के पास जाने का वह दुर्बल करने वाला एहसास नापसंद है। मुझे पता है कि डॉक्टर के पास जाना विवेकपूर्ण और अपरिहार्य है। लेकिन जब किसी के सामाजिक जीवन में खून जांचने वाली नर्स और एमआरआई तकनीशियन शामिल हों, तो यह कोई अच्छा संकेत नहीं है। एक कुत्ता जरूर पालें कुत्ते कभी भी परेशान नहीं करते। वे आपकी बात ध्यान से सुनते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्हें लगता है कि शायद आपके पास खाना हो, जिससे उनकी अथाह भूख शांत हो जाए। उनके इरादों की परवाह न करें। धरती पर कोई भी प्राणी आपको अपने कुत्ते से ज्यादा आकर्षक नहीं पा सकता। वे हमेशा आपकी परवाह करते दिखते हैं। अपनी प्रशंसा न सुनें यह वास्तव में किसी भी उम्र के लोगों पर लागू होता है, लेकिन शायद बुजुर्ग लोगों पर थोड़ा ज्यादा लागू होता है। जब आपको लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिले या फिर कहा जाए कि आप कितने शानदार हैं, तो उन प्रशंसाओं पर ध्यान न दें। बस आप जो जीवन जी रहे हैं, उसे जीते रहें। बिल रसेल, जिन्होंने कई एनबीए चैंपियनशिप में जीत की इबारत लिखी, को हर रात नस्लवादी भीड़ द्वारा हूट किया जाता था, बावजूद इसके कि वह लीग के सबसे महान खिलाड़ी थे। एक दिन, उनकी छोटी लड़की ने उनसे कहा, पिताजी, आप इतनी हूटिंग कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं उन्होंने जवाब दिया, मैं हूट करने की आवाज नहीं सुन पाता, क्योंकि मैं अपनी जयकार भी नहीं सुन पाता। आप बस काम करते रहिए और भरोसा रखिए कि आप वैसे भी शानदार हैं। संगीत सुनें आजकल आपके पास दुनिया को देखने और उसकी सराहना करने के लिए अधिक खाली समय है, इसलिए जमैका के गीतकार एवं संगीतकार बॉब मार्ले को सुनें। मैं सुबह करीब चार बजे अपने लैब्राडोर मौली को टहलाने ले जाता हूं। यह मेरी आदत बन गई है और यह समय मेरे लेखन के लिए अच्छा है। मेरे अपार्टमेंट का एक दरबान, मिगुएल रात की पाली में काम करता है। अपनी भव्य अर्ध-सैन्य वर्दी में वह मौली और मेरा अभिवादन करता है, इमारत का बड़ा, भारी दरवाजा खोल देता है, फिर बाहर खुले दरवाजे पर खड़ा हो जाता है, जबकि मैं मौली को पास के घास के मैदान में ले जाता हूं। मुझे उस समय कभी कोई खतरा महसूस नहीं हुआ, क्योंकि साढ़े छह फुट का मिगुएल हर मौसम में, हम पर नजर रखता है और हमारी सुरक्षित वापसी का इंतजार करता है। एक सुबह, लिफ्ट से बाहर निकलते समय मैंने एक बेहद खूबसूरत आवाज सुनी, जो बॉब मार्ले का गाना वन लव गा रही थी। मुझे लगा कि आवाज रिकॉर्डिंग की होगी, लेकिन कोई वाद्य यंत्र नहीं था। जब मैंने मिगुएल को गाते देखा, तो आश्चर्यचकित हो गया। हर आदमी में कोई न कोई दैवीय खूबी तो होती ही है। किसी टोली में शामिल हो जाएं यह सलाह महिलाओं से ज्यादा पुरुषों के लिए है, क्योंकि महिलाएं हमेशा किसी न किसी समूह का हिस्सा होती हैं। सामाजिकता का महत्व महिलाओं में स्वाभाविक रूप से आता है, यही वजह है कि अगर महिलाएं दुनिया चलाएं, तो दुनिया बेहतर होगी। वे जानती हैं कि समूहों में कैसे रहना है। दूसरी ओर, पुरुष एकाकी, स्थिर होते हैं। किसी टोली या मंडली में शामिल होने से समाज को भी बहुत लाभ होता है। मेरी अपनी मंडली में सात या आठ लोग हैं, जिनमें से ज्यादातर कलाकार हैं, और हम लगभग 40 वर्षों से साथ हैं। हम थिएटर की अगली पंक्तियों में बैठते हैं, एक-दूसरे पर पॉपकॉर्न और जूनियर मिंट फेंकते हैं और शो के दौरान शोर मचाते हैं, जिससे दूसरे दर्शक हमें पसंद नहीं करते। हालांकि, एक खराब शो के दौरान, एक महिला ने मुझसे कहा कि वह अभिनेताओं के बजाय हमें सुनना ज्यादा पसंद करेगी।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Apr 20, 2025, 06:23 IST
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