UP: कोबरा और करैत ने 16 महीनों में 418 लोगों को डंसा, दो सांप ही कटखने हैं कानपुर और आसपास के जिलों में

कोबरा सांप लोगों को अधिक डंस रहा है। हैलट की इमरजेंसी में सबसे अधिक रोगी कोबरा का शिकार हुए आते हैं। दूसरे नंबर पर साइलेंट किलर कहे जाने वाले करैत सांप के काटे हुए रोगी आते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कानपुर नगर आसपास के जिलों में यही दोनों सांप अधिक सक्रिय होते हैं। जुलाई-अगस्त के महीने में स्नैक बाइट के रोगियों की संख्या सबसे अधिक हो जाती है। हैलट अस्पताल के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई के महीने में 59 रोगी सांप काटने के आए हैं। अगस्त के महीने में औसत चार रोगी स्नैक बाइट के आ रहे हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजीशियन डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि 60 फीसदी रोगी कोबरा और 40 फीसदी करैत के काटने के होते हैं। साल में एक-दो मामले रसल वाइपर के आ जाते हैं। करैत का शिकार रोगियों की हालत अधिक गंभीर हो जाती है। विशेषज्ञों ने बताया कि कोबरा और करैत दोनों का जहर न्यूरो टॉक्सिक होता है लेकिन तेज असर करैत का करता है। हैलट के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि जुलाई, अगस्त, सितंबर में सांप काटने के सबसे अधिक मामले आते हैं। अप्रैल वर्ष 2024 से जुलाई वर्ष 2025 तक 418 केस आए हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Aug 25, 2025, 12:06 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




UP: कोबरा और करैत ने 16 महीनों में 418 लोगों को डंसा, दो सांप ही कटखने हैं कानपुर और आसपास के जिलों में #CityStates #Kanpur #UttarPradesh #KanpurNews #UpNews #CobraSnake #SubahSamachar