Noida : यूपी पुलिस के सिपाही ने एसटीएफ अधिकारी बनकर कारोबारियों को 15 घंटे बंधक बनाया, 18.70 लाख लूटे

एसटीएफ अधिकारी बनकर यूपी पुलिस के सिपाही ने साथियों के साथ मिलकर दो कारोबारियों को 15 घंटे तक बंधक बनाया और 18.70 लाख रुपये लूट लिए। वारदात के बाद उन्हें जेवर टोल प्लाजा से 30 किमी आगे छोड़कर फरार हो गए। आरोपियों ने पीड़ित से 7.5 लाख कैश और 11.20 लाख ऑनलाइन ट्रांसफर कराए। सेक्टर-76 स्थित सोसाइटी में हुई इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी सिपाही समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि चार अब भी गिरफ्त से दूर हैं। इनमें कारोबारी के दो दोस्त शामिल हैं। नोएडा जोन के डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि दिल्ली निवासी रजत वर्मा ने शिकायत की कि वह सेक्टर-76 स्थित सिलिकॉन सिटी सोसाइटी में दोस्त अश्विन के साथ थे। तभी अपने अन्य दोस्तों के साथ कॉफी पीने बाहर गए। इसी दौरान कुछ लोगों ने एसटीएफ का अधिकारी बनकर दोनों दोस्तों को बंधक बना लिया और करीब 18.70 लाख रुपये, दो लैपटॉप और दो मोबाइल लूट लिए। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तब पता चला कि पीड़ित रजत वर्मा व अश्विन के कानपुर निवासी दोस्तों ने यूपी पुलिस के सिपाही के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में कोतवाली सेक्टर-113 पुलिस ने यूपी पुलिस के सिपाही कोमल सिंह यादव निवासी कानपुर और आरूष त्रिपाठी को गिरफ्तार लिया। कोमल प्रयागराज पुलिस लाइन में तैनात है। एक साल से आरोपी गैरहाजिर चल रहा है। पुलिस ने इनके पास से घटना में इस्तेमाल दो कार, छह लाख रुपये, दो-दो लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। चार आरोपियों को दबोचने के लिए पुलिस दबिश दे रही है। ऐसे की वारदात सिपाही कोमल और आरूष त्रिपाठी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उनके दो साथी दीपांशु और शोभित कानपुर के रहने वाले हैं। दीपांशु व शोभित ने बताया कि नोएडा के सिलिकॉन सिटी सोसाइटी में रहने वाले अश्विन और रजत उनके जानकार हैं और उनके फ्लैट पर काफी नकदी है। दोनों ने गलत तरीके से ये पैसे कमाए हैं। पुलिस का डर दिखाकर इनकी नकदी ली जा सकती है। इसके बाद कोमल सिंह, आरूष, दीपांशु, शोभित, गौरव और उत्कर्ष ने मिलकर योजना बनाई, फिर 18 अप्रैल की रात दीपांशु और शोभित महेंद्रा एसयूवी से अश्विन व रजत के फ्लैट पर पहुंचे। वहां कॉफी पीने के बहाने दोनों को नीचे लेकर आ गए। चारों कार से निकले। सोसाइटी के आगे बढ़ते ही स्कॉर्पियो सवार कोमल और आरूष और क्रेटा सवार गौरव और उत्कर्ष ने मिलकर रजत, अश्विन, दीपांशु व शोभित की कार को घेर लिया। इसके बाद कोमल ने एसटीएफ अधिकारी बनकर धमकाया और करीब 15 घंटे तक बंधक बनाकर घुमाया और वारदात को अंजाम दिया। फ्लैट से मंगवाए पैसे आरोपियों ने रजत व अश्विन को धमकाया। अश्विन को क्रेटा और रजत को अपने साथ स्कार्पियो में बैठा लिया, फिर बंदूक दिखाकर मारपीट की गई और पैसों की मांग की गई। पैसे नहीं देने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी। इसके बाद दोनों को सोसाइटी के बाहर ले गए। अश्विन से कहा कि फ्लैट से कैश लेकर आओ नहीं तो रजत को गोली मार देंगे। तब दीपांशु को अश्विन के साथ भेजकर फ्लैट में रखे 7.5 लाख मंगवाए। बर्खास्तगी के लिए पत्र सिपाही कोमल सिंह 13 महीने से ड्यूटी पर नहीं जा रहा है। उसने विभाग में मेडिकल दिया है, लेकिन उसकी छुट्टी अप्रूव नहीं हुई है। अब इस घटना के बाद नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार सिपाही की बर्खास्तगी के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस को पत्र लिखा है। इस घटना में चार आरोपी दीपांशु, शोभित, गौरव और उत्कर्ष अभी फरार हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Apr 23, 2025, 06:13 IST
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