वरुन आनन्द: उसे ये याद भी आया तो चार साल के बाद
कोई मिसाल नहीं है तिरी मिसाल के बाद मैं बे-ख़याल हुआ हूँ तिरे ख़याल के बाद बस इक मलाल पे तू ज़िंदगी तमाम न कर बड़े मलाल मिलेंगे मिरे मलाल के बाद हर एक ज़ख़्म को अश्कों से धो के चूम लिया मैं ऐसे ठीक हुआ उस की देख-भाल के बाद उलझ के रह गया वो जाल में तबीबों के मरीज़ घर नहीं लौटा है अस्पताल के बाद दुआ सलाम से आगे मैं बढ़ नहीं पाता उसे भी सोचना पड़ता है हाल-चाल के बाद हमारे बीच में जो है सही नहीं है वो उसे ये याद भी आया तो चार साल के बाद हज़ारों ख़्वाब जो आँखों के आसरे थे कभी यतीम हो गए आँखों के इंतिक़ाल के बाद
- Source: www.amarujala.com
- Published: Apr 01, 2025, 16:52 IST
वरुन आनन्द: उसे ये याद भी आया तो चार साल के बाद #Kavya #UrduAdab #VarunAnand #वरुनआनन्द #SubahSamachar