Hamirpur: चबूतरा के बाद करड़ी गांव में धंसी जमीन, 10 घरों में दरारें; 84 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित

जिला हमीरपुर में बारिश का कहर लगातार जारी है। चबूतरा के बाद अब पंचायत ग्वालपत्थर के गांव करड़ी के करीब दस घरों पर पहाड़ी दरकने का खतरा मंडरा रहा है। यहां पर मंगलवार सुबह हुए धमाके के बाद घरों के इर्द गिर्द बड़ी दरारे आई हैं और रास्ते और जमीन कई फीट तक फट गई है। गांव से सटा पहाड़ दरकने का खतरा मंडारा गया है। ऐसे में लोग डर के साय में जीने को मजबूर है। गांव के गंदर्भ सिंह, राजेंद्र सिंह, यशपाल सिंह, जगदेव सिंह, प्रकाश चंद, निर्मला देवी, शीला देवी, सुनीता देवी, नीलम देवी, ममता देवी, कमलेश कुमार, लीला देवी, मनजीत कुमार, मीणा देवी, राकेश कुमार, सुनीता देवी, अमरो देवी, आशीष, लेख राज आदि ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे जोरदार धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। बाहर निकलकर देखने पर पाया कि जमीन दरकने से मकानों में नई दरारें पड़ गई हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत और बढ़ गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार वेद प्रकाश ठाकुर, कानूनगो सुरेश चंद और हल्का पटवारी विकास पटियाल गांव करड़ी पहुंचे और मौके का जायजा लिया। मुख्य रास्ता कई फुट नीचे धंस गया है और कई फुट चौड़ी दरारें भी पड़ गई हैं। जिले के सभी क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण व्यापक नुक्सान हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के जिला एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) में मंगलवार दोपहर तक प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार जिले भर में गत 24 घंटों के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्ति को 7.20 करोड़ रुपये से अधिक क्षति पहुंची है। इस दौरान 4 कच्चे मकान और 24 गौशालाएं ध्वस्त हो गई हैं। 18 अन्य कच्चे मकान और एक पक्का मकान भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके साथ ही इस मॉनसून सीजन के दौरान जिला में नुक्सान का कुल आंकड़ा 191 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। जिले में मंगलवार को 84 पेयजल योजनाएं ठप रही। जिससे 31 हजार के करीब परिवारों को पेयजल सप्लाई नहीं मिल सकी। यह योजनाएं बीते दो दिनों से ठप है। ऐसे में लगातार बारिश होती है तो जलसंकट गहरा सकता है। जल शक्ति विभाग को सर्वाधिक 93.64 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग को 88.13 करोड़, बिजली बोर्ड को 1.67 करोड़ और शिक्षा विभाग को 1.83 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य विभाग डेढ़ लाख और मत्स्य पालन विभाग को 55 हजार रुपये की क्षति हुई है। बागवानी विभाग ने विभिन्न फसलों को हुए 18.06 लाख रुपये और कृषि विभाग ने 1.15 लाख रुपये के नुक्सान की रिपोर्ट प्रेषित की है। 46 कच्चे मकान और 4 पक्का मकान ध्वस्त होने से लगभग 1.48 करोड़ रुपये के नुक्सान का अनुमान है। 263 अन्य कच्चे मकानों और 18 पक्के मकानों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है, जिससे 1.61 करोड़ रुपये से अधिक का नुक्सान हुआ है। 35 अन्य भवनों को भी लगभग 13 लाख रुपये की क्षति पहुंची है। जिले भर में 124 डंगे गिरे हैं, जिनमें लगभग 1.10 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। 337 गौशालाओं के ध्वस्त होने से लगभग 1.55 करोड़ रुपये का नुक्सान हुआ है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 02, 2025, 18:49 IST
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