जगरांव में नशे के खिलाफ कार्रवाई में गिराया मकान, परिवार बोला- वैध है मकान

पंजाब सरकार ने युद्ध नशे के विरुद्ध मुहिम के तहत सोमवार को नगर काउंसिल और पुलिस की संयुक्त टीम ने सात नंबर चुंगी के पास रानी वाला खूह इलाके में नशा तस्कर अजय गिल उर्फ काका का मकान ध्वस्त कर दिया। इस पर काफी विवाद हो गया। परिवार ने दावा किया कि हम पर कोई कार्रवाई नहीं है। मकान पूरी तरह वैध है। काका की बेटी सुमिता ने अदालत में लंबित केस का हवाला देते हुए दस्तावेज भी दिखाए और कहा कि नगर काउंसिल के नोटिस का जवाब दिया जा चुका है। घर लाल लकीर के अंदर आता है। अवैध कब्जा नहीं है। मामला कोर्ट में लंबित है। कुछ घंटों बाद काउंसिल की टीम दोबारा पहुंची। एटीपी किरण ने स्पष्ट किया कि यह स्टे ऑर्डर नहीं है इसलिए डिप्टी कमिश्नर के आदेश पर मकान को गिराया जाएगा। इसके बाद प्रशासन ने घर का एक हिस्सा तोड़ दिया। कार्रवाई के दौरान टकराव भी देखने को मिला। थाना सिटी प्रभारी इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह के अनुसार अजय गिल उर्फ काका पर एनडीपीएस एक्ट के सात मामले दर्ज हैं। वहीं, परिवार ने बताया कि यह घर उनकी मां कुलदीप कौर ने ताया से खरीदा गया था। इसकी पूरी रजिस्ट्री उनके पास है। नशा तस्करी केस का इस घर से कोई लेना-देना नहीं। हमने पुलिस में दर्ज झूठे केस की शिकायत कोर्ट में की है। इसी कारण हमें धमकाया जा रहा है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Nov 18, 2025, 05:27 IST
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