नूंह में मतांतरण का 'गंदा खेल', महिला की शिकायत पर केस दर्ज, पुलिस ने आरोपी को दबोचा

नगीना खंड के मरोडा गांव में एक हिंदू दलित परिवार को मतांतरित करवाकर मुस्लिम बनाने का मामला ठंड़ा भी नहीं पड़ा था कि गांव मालब में एक महिला व उसके दो नाबालिग बच्चों के मतांतरण का नया मामला सामने आ गया। महिला ने इस मामले में महिला थाना नूंह में आरोपी के खिलाफ शिकायत दी है, जिस पर महिला थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया, जिसे आज शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के गांव धनपुरा निवासी शीला उर्फ कंचन पुत्री मलखान ने बताया कि उसकी शादी 2008 में छुट्टन के साथ हुई थी। छुट्टन नूंह में मिस्त्री का काम करता था, वह भी अपने पति के साथ आकर नूंह में रहने लगी और दोनों मजदूरी कर अपने परिवार को चलाने लगे। इस दौरान उसे एक लड़का व एक लड़की हुई। उसका पति नशे का आदी था और 2019 में उसने नशे की हालत में एक व्यक्ति की हत्या कर दी। जिसके बाद वह नूंह में अकेली अपने बच्चों के साथ रहने लगी। कुछ समय बाद उसका पति छुट्टन जेल से छूटकर आ गया और नशे की हालत में बच्चों व उसे मारने-पीटने लगा। एक दिन उसके पति ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की, जिससे जैसे-तैसे उन्होंने अपने आप व बच्चों को बचाया। इस घटना के बाद उसका पति नूंह में उन्हें छोड़कर वहां से चला गया और वह अपने बच्चों के साथ नूंह में अकेली रहने लगी। आजम ने अपने आप को बताया अकेला: 2020 में वह अपने बच्चों के साथ हिदायत कॉलोनी नूंह में किराए पर रहती थी। उसके अकेले रहने की पता चलने पर गांव मालब निवासी आजम पुत्र कमरुद्दीन उससे मिलने आया। जब वह मजदूरी करती थी तब से आजम को जानती थी, आजम ने उसे सहायता करने का भरोसा दिया और बार-बार उसके घर आने लगा। कुछ दिन बाद आजम ने उससे कहा कि वह भी अकेला रहता है और उससे प्यार करता है। वह उसका और उसके बच्चों का ख्याल रखेगा और जो भी सहायता हो सकेगी वह करेगा। इस भरोसे में लेकर आजम उसे व उसके बच्चों को लेकर नोएडा, फिर वहां से पानीपत ले गया, कुछ दिन बाद फूलबाग भिवाड़ी राजस्थान में किराए के मकान में रहने लगे। मौलाना ने पढ़वाया कलमा: जून 2020 में आजम अपने गांव मालब से एक मौलाना को लेकर भिवाड़ी आया। मौलाना और आजम ने डरा धमकाकर इस्लाम कबूल करने के लिए दबाव डाला। मौलाना ने दबाव डालकर कई बार कलमा पढ़वाया और इस्लाम में उनका धर्मांतरण कर दिया। उसे मौलाना ने उसका नाम शीला से बदलकर साईबा रखा और निकाह पढ़वाकर निकाहनामा बनवाया। अपना धर्म मानती रहना: महिला ने आरोप लगाया कि आजम ने उससे निकाह के समय कहा कि वह और उसके बच्चे अपना धर्म मानना जारी रख सकते है, उसे कोई आपत्ति नहीं है। कुछ दिन बाद वे नूंह में रहने लगे, एक दिन आजम ने उसके घर में बने मंदिर को तोड़ दिया तथा हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी तोड़ दिया। आजम ने उसे बुर्का पहनने, नमाज पढ़ने के दबाव डाला तो मना करने पर मारपीट की। वह लगातार बुर्का पहनकर जमात में जाने, आधार कार्ड व अन्य कागजों में भी अपना नाम बदलवाने, बकरे का मांस बताकर गाय का मांस खिलाने तथा इस्लामिक रीति रिवाज का पालने करने के लिए मानसिक व शारीरिक रुप से प्रताड़ित करता था। दो-तीन बच्चों का पिता था आजम: एक दिन आजम उसे अपने गांव मालब लेकर गया तो उसे पता चला कि वह शादीशुदा है और दो-तीन बच्चों का बाप भी है। मालब में आजम की पहली पत्नी जमशीदा और उसके लड़के ने उसे तेजधार हथियार से हमला कर जख्मी कर दिया। वह वापस नूंह आ गई, नूंह में आजम उसे व उसके बच्चों को नजरबंद रखने लगा, उसके पैसे छीन लेता, लगातार मारपीट भी करता था। कुछ माह से आजम के साले कल्लू व हक्कू उसे फोन पर गंदी बातें करते तथा उनके साथ शादी करने के लिए दबाव बना रहे थे। महिला ने पुलिस को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बच्चों पर भी बनाता था दबाव: वहीं इस मामले में बच्चों की बाल कल्याण समिति की निगरानी में काउंसलिंग करवाई गई, जिसमें बच्चों ने बताया कि उन पर मूर्तिपूजा ना करने का दबाव बनाया जाता था। यदि वे पूजा करते थे तो उनके साथ मारपीट भी की जाती थी। पुलिस अधीक्षक नूंह राजेश कुमार ने बताया कि अवैध तरीके से धर्मांतरण के मामले में हरियाणा में बनाए गए कानून के तहत जिले में पहली कार्रवाई इस मामले में की गई है।आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है, इसमें जो भी शामिल होगा, उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने गरीब व पिछड़े लोगों से आहवान किया कि वे किसी दबाव में ना आए और यदि कोई परेशान करता है तो शिकायत दें, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 11, 2025, 18:58 IST
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