Krishna Janmashtami 2025: क्यों लगाए जाते हैं श्रीकृष्ण को 56 भोग? जानिए जन्माष्टमी की खास मान्यता
Janmashtami 56 bhog: जन्माष्टमी भारत के प्रमुख और सबसे आनंदमय त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन घरों और मंदिरों में भव्य सजावट होती है, भजन-कीर्तन गूंजते हैं और भक्तजन रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाते हैं। भगवान के स्वागत के लिए तरह-तरह की रस्में निभाई जाती हैं, जिनमें उनका श्रृंगार, झूला झुलाना और विशेष भोग अर्पित करना शामिल है। Lucky Rashiyan:लक्ष्मी नारायण राजयोग से कुंभ सहित इन राशि वालों की चमकेगी किस्मत, व्यक्तित्व में आएगा निखार इन रस्मों में “56 भोग” की परंपरा सबसे खास और आकर्षक मानी जाती है। जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण को 56 प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन अर्पित किए जाते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि यह संख्या 56 ही क्यों तय हुई न कम, न ज़्यादा इसके पीछे एक बेहद दिलचस्प पौराणिक कथा छिपी है, जो भक्ति, प्रेम और भगवान के चमत्कारों से जुड़ी हुई है। Mercury Uday 2025:वाणी और व्यापार के कारक बुध होंगे उदित, इन राशि वालों को बदल सकता है भाग्य
- Source: www.amarujala.com
- Published: Aug 10, 2025, 10:30 IST
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