Pitru Paksha: पितृपक्ष में क्यों किया जाता है श्राद्ध? जानें नहीं करने पर क्या प्रभाव होता है
Pitru Paksha:2025: कई लोग श्राद्ध पक्ष को अंधविश्वास मानते हैं, लेकिन यदि हम श्राद्ध कर्म के पीछे के विज्ञान को समझेंगे तो संभवत: समझ में आएगा कि यह कर्म करना क्यों जरूरी है। इसका एक पक्ष भावना से जुड़ा है और दूसरा पक्ष आध्यात्मिक विज्ञान से। आइए इसके बारे मेंजानते हैं विस्तार से। ।।ॐ अर्यमा न त्रिप्य्ताम इदं तिलोदकं तस्मै स्वधा नमः।ॐ मृत्योर्मा अमृतं गमय।। भावार्थ : पितरों में अर्यमा श्रेष्ठ है। अर्यमा पितरों के देव हैं। अर्यमा को प्रणाम। हे! पिता, पितामह, और प्रपितामह। हे! माता, मातामह और प्रमातामह आपको भी बारम्बार प्रणाम। आप हमें मृत्यु से अमृत की ओर ले चलें। ।।श्रद्धया दीयते यस्मात् तच्छादम्।। भावार्थ : श्राद्ध से श्रेष्ठ संतान, आयु, आरोग्य, अतुल ऐश्वर्य और इच्छित वस्तुओं की प्राप्ति होती है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Sep 10, 2025, 13:23 IST
Pitru Paksha: पितृपक्ष में क्यों किया जाता है श्राद्ध? जानें नहीं करने पर क्या प्रभाव होता है #Religion #National #PitruPaksha2025 #PitruPakshaKabKhatamHoga #Shradh2025 #SubahSamachar