डॉक्टर की सलाह को न करें इग्नोर: नियोजित गर्भधारण से जच्चा-बच्चा होंगे सुरक्षित, संक्रमण का खतरा होगा कम

नियोजित गर्भधारण से जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित रहेंगे। इनमें संक्रमण सहित दूसरे रोग होने की आशंका कम होगी, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि देश में गर्भधारण करने से पहले महिलाएं डॉक्टरों की परिवार नियोजन पर सलाह नहीं लेती हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि अनप्लानड गर्भधारण में महिलाओं को कई तरह की परेशानी होती है। कई बार महिलाएं रोगों के साथ गर्भधारण करती हैं जिससे गर्भ में बच्चे की बनावट, उसका विकास प्रभावित होता है। कई बार गर्भपात तक हो जाता है। इससे बचने के लिए डॉक्टर महिलाओं को गर्भधारण करने से पहले उनसे सलाह लेने का सुझाव देते हैं। यदि महिलाएं गर्भधारण करने से पहले पूरी प्लानिंग कर लें तो डिलीवरी या गर्भकाल के दौरान होनेवाली समस्याओं को पूरी तरह से रोका जा सकता है। इससे संक्रमण का खतरा कम होगा। डॉक्टरों का कहना है कि देश में अभी भी प्रति एक लाख महिलाएं पर 97 महिलाएं डिलीवरी के दौरान दम तोड़ देती हैं। गर्भ में पल रहे बच्चे कोमिल सकता है इलाज डॉ. मोलश्री गुप्ता का कहना है कि आज गर्भ में विकसित हो रहे शिशु (भ्रूण) के स्वास्थ्य को देखा जा सकता है। उसी आधार पर निदान और उपचार मौजूद है। आंकड़े बताते हैं कि करीब 3-5 फीसदी बच्चे किसी न किसी जन्मजात विकार के साथ पैदा होते हैं। फीटल मेडिसिन से इन जटिलताओं को समय पर पहचान सकते हैं। साथ ही इसका इलाज करना संभव है। यदि महिलाएं जागरूक रहेंगी तो समस्याओं को समय पर दूर किया जा सकता है। बढ़ेगी ओटी की सुविधा सफदरजंग अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में ऑपरेशन थियेटर (ओटी) की संख्या बढ़ेगी। अभी डिलीवरी के लिए दो ओटी में दिन रात सर्जरी होती है। बावजूद इसके ऑपरेशन के लिए मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में गंभीर महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है। महिलाओं की समस्याओं को देखते हुए एक और ओटी बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। 20 फीसदी बच्चे समय से पहले हो जाते हैं पैदा डिलीवरी से पहले होने वाली परेशानी के कारण देश में करीब 20 फीसदी बच्चे समय से पहले पैदा होते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह बच्चे गर्भ में 37 सप्ताह पूरा नहीं कर पाते। जबकि गर्भ में नौ माह रहने पर बच्चे का विकास अच्छी तरह से होता है। प्रीमैच्योर बच्चों में कई तरह की समस्याएं होती हैं। इसका सीधा असर मां के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Apr 11, 2025, 08:52 IST
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