Alert: रात को गहरी नींद के बाद भी सुबह लगती है थकान तो मोबाइल बन रहा है दुश्मन

हमारी लाइफस्टाइल की जिन आदतों के कारण सेहत पर सबसे ज्यादा असर हो रहा है उनमें से एक है मोबाइल से चिपके रहना। क्या आप जानते हैं कि हर व्यक्ति रोजाना लगभग 3 घंटे से ज्यादा समय मोबाइल स्क्रीन पर बिताता हैऔर इसमें सबसे बड़ा हिस्सा देर रात के स्क्रॉलिंग का होता है सोचिए, जब नींद का समय शरीर को रिपेयर करने और दिमाग को आराम देने के लिए बनाया गया है, हम उसी समय इंस्टाग्राम रील्स, व्हाट्सऐप चैट या यूट्यूब वीडियो में उलझे रहते हैं। यह आदत देखने में साधारण लग सकती है, लेकिन शोध बताते हैं कि देर रात फोन का इस्तेमाल नींद, आंखों, दिमाग, हार्मोन और पूरे स्वास्थ्य को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है। जब हम रात में फोन की स्क्रीन देखते हैं तो उससे निकलने वाली ब्लू लाइट हमारे शरीर को कई प्रकार से नुकसान पहुंचाने लगती है। इसका असर मेलाटोनिन नामक हार्मोन पर भी होता है जो नींद लाने में मदद करता है। इसके चलते नींद देर से आती है, बार-बार टूटती है और सुबह उठते ही शरीर थका-थका महसूस करता है। यही नहीं, लगातार स्क्रॉलिंग करते रहने से आंखों पर दबाव बढ़ता है और मानसिक रूप से भी हम बेचैनी, तनाव और चिंता का शिकार हो जाते हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 18, 2025, 22:28 IST
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