बारिश का कहर जारी: गुजरात में पांच डूबे.. हिमाचल में आठ शव बरामद; अजमेर जलमग्न, पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर

देशभर में बारिश और बाढ़ ने तबाही मचाई है। अधिकतर नदियां उफान पर हैं और बांधों से छोड़े जा रहे पानी से स्थिति और खराब हो रही है। हिमाचल प्रदेश में तीन मणिमहेश श्रद्धालुओं समेत आठ लोगों के शव मिले हैं। भरमौर से 524 मणिमहेश श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालकर चंबा पहुंचाया गया है। गुजरात में हाइड्रो पावर प्लांट में नदी का पानी घुसने से पांच मजदूर डूब गए हैं। राजस्थान में बोराज बांध का हिस्सा टूटने से अजमेर शहर में पानी भर गया है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में नदियों के जलस्तर बढ़ने और जगह-जगह भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई रास्ते बंद हैं। पिछले कई दिनों से विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहे पंजाब को शुक्रवार को बारिश बंद होने से कुछ राहत मिली। हालांकि, सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के उफान पर होने से फजिल्का और गुरदासपुर समेत कई जिलों में बाढ़ की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है। लुधियाना में सतलुज के तेज बहाव से नदी पर बने एक तटबंध को खतरा पैदा हो गया है, जिससे जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बाढ़ से राज्य में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के 23 जिलों में 1,655 गांवों में चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 20,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 1.71 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रों में लगी फसल बर्बाद हो गई है। हरियाणा के पंचकूला, हिसार, रोहतक और झज्जर में सभी स्कूल बंद हैं। फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर और फरीदाबाद में भी कुछ स्कूल बंद कर दिए गए हैं। हरियाणा में घग्गर का रौद्र रूपबहादुरगढ़ में सेना बुलाई; तीन की मौत बारिश कुछ थमी तो हरियाणा में नदियों के जलस्तर में शुक्रवार को कुछ जिलों में कमी आई लेकिन कुछ जिलों में अब भी घग्गर व मारकंडा का पानी तटबंध तोड़ खेतों व आबादी में पहुंच रहा है। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा अब भी उग्र है और सिरसा, फतेहाबाद व कैथल में घग्गर का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को भी जलभराव व बारिश से हुए हादसों के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। झज्जर के बहादुरगढ़ में जलभराव से निपटने के लिए सेना के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। जवान सिंचाई विभाग व एनडीआरएफ की टीमों के साथ मुंगेशपुर ड्रेन के तटबंध को मजबूत करने में जुटे हैं। 3,000 लोग घरों में कैद हैं। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग चौथे दिन भी बंद जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग और सिंथन रोड कई स्थानों पर भूस्खलन, मिट्टी धंसने और पत्थर गिरने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पिछले चार दिनों से बंद है। मुगल रोड पर यातायात बहाल कर दिया गया है।भूस्खलन के चलते राजोरी-जम्मू हाईवे भी करीब दो घंटे बंद रहा। सुरक्षा कारणों के चलते 11वें दिन भी माता वैष्णो देवी की यात्रा स्थगित रही। श्रद्धालु दर्शनी ड्योढ़ी पर ही माथा टेककर लौट रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। ऐसे में यात्रा बहाल होने में और समय लग सकता है। घाटी में बाढ़ जैसी स्थिति के बाद छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर कश्मीर भर में शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार को तीसरे दिन भी बंद रहे। देश बाढ़ पीड़ितों के साथ : राष्ट्रपति मानसून के दौरान हुई प्राकृतिक आपदाओं पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्र प्रभावित लोगों के दुख में शामिल है और इस संकट की घड़ी में उनके साथ है। राष्ट्रपति ने बचाव और राहत कार्यों में शामिल लोगों के जज्बे की भी सराहना की और कहा कि हम सब मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे। झारखंड में खुली खदान में गिरी वैन, चार लापता झारखंड के धनबाद जिले में शुक्रवार को भूस्खलन के बाद एक खुली खदान के तल में जमा पानी में कम से कम चार लोगों को ले जा रही एक वैन 150 फीट नीचे गिर गई। धनबाद जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है और वैन में सवार लोगों को बचाने के लिए स्थानीय गोताखोरों को तैनात किया गया है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 06, 2025, 05:26 IST
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