झज्जर में गर्भपात की दवा बेचने के आरोप में मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार, ब्लीडिंग होने पर अस्पताल पहुंची थी महिला

गर्भपात की दवा बेचने के आरोप में स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल स्टोर संचालक को पकड़ा हैं। उसे पुलिस के हवाले कर केस दर्ज करवाया गया हैं। इसका पता रखा चला, जब दवा लेने के बाद एक महिला ज्यादा ब्लीडिंग होने पर सरकारी अस्पताल पहुंची। उसके बाद मेडिकल स्टोर पर रेड कर उसे पकड़ा गया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सिविल सर्जन झज्जर डॉ जयमाला के संज्ञान में आया कि सिविल अस्पताल झज्जर में एक गर्भवती महिला एडमिट हुई है, जिसकी हालत अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से गंभीर है। उसको गांव के किसी केमिस्ट ने गर्भपात की गोली खिलाई हैं। डॉ. निधि द्वारा दी गई सूचना की पुष्टि के लिए सिविल सर्जन झज्जर ने एक टीम का गठन किया, जिसमें पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ, संदीप कुमार, डॉ हर्षदीप, ड्रग कंट्रोल अधिकारी सुरेश कुमार वर्मा एवं विनोद कुमार शामिल रहे। टीम ने मरीज से पूछताछ की तो पता लगा कि तुंबाहेड़ी गांव में कपिल मेडिकोज से रणबीर नाम के केमिस्ट ने उसको 800 रुपए में गर्भपात की गोलियां दी थी, जिनको खाने के बाद उसकी हालत खराब हो गई। टीम ने मरीज के बयान दर्ज किए और कपिल मेडिकोज तुम्बाहेड़ी जाकर केमिस्ट शॉप संचालक रणबीर से पूछताछ की एवं छानबीन की, जिसमें केमिस्ट शॉप के रिकॉर्ड में अनियमिताएं मिली। इसके बाद टीम ने केमिस्ट शॉप को सील करके रणबीर को पुलिस के हवाले किया एवं कुलाना थाने में उसके खिलाफ एमटीपी, बीएनएस एवं ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। सिविल सर्जन झज्जर ने बताया कि सरकार के आदेश अनुसार अब हर एक गर्भवती महिलाओं को आशा एवं आंगनवाड़ी वर्कर के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है। साथ ही ऐसे सभी केमिस्ट शॉप संचालकों एवं अन्य मेडिकल प्रैक्टिस करने वालों को सख़्त चेतावनी देते हुए कहा कि पांच सौ से सात सौ रुपए के लालच में अवैध रूप से गर्भपात किट बेचकर गर्भवती महिलाओं की जान को खतरे में डालने वालों को नहीं बख्शा जाएगा । सिविल सर्जन झज्जर ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि जिले में सभी सरकारी हॉस्पिटल एवं बीस से ज्यादा रजिस्टर्ड प्राईवेट हॉस्पिटल हैं, जिनमें गर्भपात करवाना लीगल है जहां गर्भवती महिला की प्राइवेसी पूरी तरह से मेंटेन की जाएगी। उसके बारे में किसी से कोई जानकारी साझा नहीं की जाएगी। सरकारी अस्पतालों में गर्भपात की गोलियां फ्री में उपलब्ध हैं। यदि किसी महिला के गर्भ में पलने वाले बच्चे में कोई अनुवांशिक बीमारी है या गर्भनिरोधक तरीका फैल होने की वजह से गर्भ ठहर गया है और उसको बच्चा नहीं रखना है तो गर्भवती महिलाएं गर्भपात के लिए किसी केमिस्ट शॉप से लेकर गोलियां न खाएं, क्योंकि बिना जांच एवं निगरानी के इन गोलियों के सेवन से कई महिलाएं अपनी जान गंवा चुकी हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं अल्ट्रासाउंड एवं जरूरी खून जांच करवाने के उपरांत रजिस्टर्ड हॉस्पिटल एवं डॉक्टर्स की निगरानी में ही गर्भपात करवाएं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 06, 2025, 12:05 IST
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