पंचकूला के सरस मेले में 22 कैरेट सोने से बनी टेरा–कोटा मूर्तियां हुई बनी आकर्षण का केंद्र
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा पंचकूला के सेक्टर-5 परेड ग्राउंड में आयोजित सरस मेला इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। देशभर से आए स्वयं सहायता समूह अपनी पारंपरिक कला, हस्तशिल्प और विशेष उत्पादों की प्रदर्शनी लगा रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार से आए समूह ने भी अपनी दुकान लगाई है जहां विभिन्न आकार और डिजाइनों की मूर्तियाँ उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 1500 रुपये से लेकर 2 लाख 50 हजार रुपये तक रखी गई है। यह मूर्तियाँ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं बल्कि आकर्षक कलाकारी व बारीक नक्काशी के कारण संग्रहकर्ताओं के बीच भी खास लोकप्रिय हैं। सोने की परत चढ़ी इन मूर्तियों को विशेष तकनीक से तैयार किया गया है, जिससे ये लंबे समय तक चमक और मजबूती बनाए रखती हैं। बिहार से आए प्रेम कुमार, कृष्णा देवी और जीविका देवी समेत कुल 12 सदस्य अपने राज्य की वस्तुओं के साथ मेले में शामिल हुए हैं। इनके स्टॉल पर रखी मूर्तियाँ सागवान की लकड़ी (Sagwan Lakdi) से बने हस्तनिर्मित आइटम तुलसी SSG से जुड़े प्राकृतिक उत्पाद सेब और सब्जियों से बनाए जाते है रंग जिसे मूर्तियाँ तैयार की जाती हैं ।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Nov 14, 2025, 15:37 IST
पंचकूला के सरस मेले में 22 कैरेट सोने से बनी टेरा–कोटा मूर्तियां हुई बनी आकर्षण का केंद्र #SubahSamachar
