कुरुक्षेत्र में घटने लगा मारकंडा का जलस्तर, खतरे के निशान से ऊपर लेकिन बाढ़ का खतरा हुआ काम

पिछले करीब 10 दिन से कर बार पा रही मारकंडा नदी में जलस्तर कम होने लगा है। पहाड़ों में बारिश बंद हो जाने से नदी के घाटे जल स्तर के चलते अब बाढ़ का खतरा भी कम हुआ है। सुबह 6:00 से लेकर अब तक नदी में 32 345 क्यूसेक पानी का बहाव दर्ज किया गया है जो शुक्रवार रात 10:00 बजे तक 33000 से ज्यादा रहा। हालांकि नदी अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शाहाबाद में ही 25000 की क्यूसेक जलस्तर खतरे का निशान माना जाता है। इस्माइलाबाद में गठबंधन अभी भी टूटे इस्माइलाबाद के गांव नेसी के पास मारकंडा के दो जगह से टूटे तक बंद अभी भी ज्यों के त्यों है जहां से मारकंडा का बड़ी मात्रा में पानी खेतों में बह रहा है जो पिहोवा में बीबीपुर झील तक पहुंच चुका है। इसी झील में डूबने से शुक्रवार को एक युवक की मौत हो गई थी। मारकंडा के इस पानी से हजारों एकड़ फसल डूब चुकी है। तीसरे दिन भी बारिश राहत लेकिन मौसम में बदलाव जिला में तीसरे दिन शनिवार को भी बारिश से राहत मिली है लेकिन मौसम में बदलाव है। सुबह से हल्के बादल व हल्की धूप खिली है लेकिन दिन के समय बारिश की भी संभावना है। अधिकतम तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया है जबकि न्यूनतम 29 डिग्री है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 06, 2025, 09:23 IST
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