Rohtak News: गुणवत्तापरक शोध के लिए विषय की गहरी समझ और व्यावहारिक कौशल विकसित करें

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) की फैकल्टी ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज व फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के नव प्रवेशी शोधार्थियों के लिए सोमवार को शोध प्रविधि कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के तत्वावधान में आयोजित की गई। डीन प्रो. मान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापरक शोध के लिए शोधार्थी विषय की गहरी समझ और व्यावहारिक कौशल विकसित करें। उन्होंने कहा कि आज समय की जरूरत है कि शोधार्थी, विशेषज्ञ और संगठन एक साथ मिलकर शोध कार्य करें। उन्होंने शोध में महत्वपूर्ण सोच विकसित करने के लिए कहा, जिससे सटीक तार्किक और निष्पक्ष निष्कर्ष निकलने में मदद मिले। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत ने कहा कि शोध नए ज्ञान की खोज की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि शोध कार्य कैसे करना है यह जानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक अच्छा शोध कार्य योजनाबद्ध, तार्किक और प्रमाण आधारित होना चाहिए। कुलसचिव ने शोधार्थियों से ऐसे शोध कार्य को करने का आह्वान किया, जिसका फायदा समाज को हो। डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. हरीश दुरेजा ने स्वागत भाषण दिया व कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। डीन फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज प्रो. राजेश धनखड़ ने फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज के बारे में जानकारी दी। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट के उप निदेशक डॉ. राजेश कुमार ने संस्थान की ओर से आयोजित की जाने वाली शोध एवं शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. रितु गिल ने मंच संचालन किया। डॉ. वंदना गर्ग ने आभार जताया। डॉ. मीनू ने समन्वयन सहयोग दिया। उद्घाटन सत्र के बाद प्रो. सैयद अहमद, प्रो. अनुश्री मलिक प्रो. एच.के. मलिक ने विशेष व्याख्यान दिए।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Feb 17, 2025, 17:48 IST
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