IndiGo Crisis: 'हवाई' संकट के पांच दिन, उड़ानें ठप... उम्मीदें जाम, लोग बोले-आईजीआई बना रेलवे प्लेटफार्म
कोई एग्जाम देने जा रहा था, कोई पहली बार अकेले सफर कर रहा था, कोई तीन साल की बच्ची को गोद में लेकर लाइन में खड़ा था। यह मंजर आईजीआई का है। जहां सिर्फ उड़ानें नहीं फंसीं, बल्कि लोगों की उम्मीदें भी फंस गई हैं। इन सबके बीच इंडिगो की लगातार कैंसिल फ्लाइटें और टिकटों के दाम में मनमानी करीब 120 फीसदी तक बढ़ोतरी यात्रियों की मुसीबतें और भी बढ़ा रही हैं। आलम यह है कि लोग दिल्ली की इस ठंड में कुर्सी पर रात बिताने को मजबूर हैं। इसके चलते उनका गुस्सा भी सातवें आसमान पर है। हालांकि सरकार के हस्तक्षेप के बाद प्रभावित रूट्स पर फेयर कैप लागू कर दिया। उम्मीद है कि इससे राहत मिलेगी। तीन साल की बच्ची के साथ यहां फंसी हूं नागपुर के रहने वाले दंपती पूजा और उत्कर्ष दस दिन पहले किसी दफ्तर के काम से हिमाचल के कोलडैम गए थे। पांच दिसंबर को दिल्ली के लिए निकले, उन्हें नागपुर जाना था। पूजा ने बताया कि देर रात 12:55 बजे हम दिल्ली एयरपोर्ट उतरे, उसके बाद छह दिसंबर की सुबह 4:40 बजे हमारी फ्लाइट थी। थोड़ी ही देर में मैसेज आया कि फ्लाइट कैंसल हो गई है। तीन घंटे तक मैं अपनी तीन साल की बच्ची को लेकर लंबी कतार में खड़ी रही, ताकी फ्लाइट ''रिस्केड्यूल'' करवा सकूं। विकल्प भी मिला, लेकिन पति को 1 बजे और मुझे शाम के 6:45 बजे की फ्लाइट मिली। हमने मजबूरन वो भी स्वीकार कर लिया, लेकिन सुबह जानकारी मिली की पति की फ्लाइट फिर कैंसल हो गई है। और अब उन्हें 8 दिसंबर की फ्लाइट देने को कहा गया। फ्लाइट कैंसल से बिगड़ी परीक्षा की तैयारी अनुष्का बीकॉम की छात्रा हैं और चंडीगढ़ में उनकी परीक्षा है। उनका पूरा परिवार दो दिनों से दिल्ली एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहा है। अनुष्का के पिता ने बताया कि हम तिरुपति से आ रहे हैं और हमें चंडीगढ़ जाना था, लेकिन दिल्ली आने पर पता चला कि हमारी फ्लाइट कैंसल है। इसके बाद घंटों लाइन में लगकर छह दिसंबर की फ्लाइट ली, लेकिन आज पता चला वो भी कैंसल हो गई है। अब हमें लोकल बस या फिल कैब से जाना होगा। क्योंकि बेटी की परीक्षा है, उससे समझौता नहीं कर सकता। इसलिए बिना किसी अगली फ्लाइट का इंतजार किए, बस से जाने का इरादा बना लिया है। पत्नी की पहली फ्लाइट वो भी इस तरह से तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के रहने वाले अब्दुल्ला हरियाणा के पानीपत में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी हिनूल ने त्रिचि से दिल्ली के लिए फ्लाइट ली है, लेकिन वो सात घंटे देरी से है। अब्दुल्ला ने बताया कि उनकी पत्नी ने बस से भी कभी अकेले सफर नहीं किया है। यह उनकी पहली फ्लाइट है, जो कि सात घंटे देरी से चलेगी। अब्दुल्ला ने कहा, कि मैं सुबह से बिना कुछ खाए-पिए यहीं कुर्सी पर बैठा हूं। मझे मेरी पत्नी की चिंता हो रही है, वो पैनिक हो रही होगी। उनका पहला अकेले सफर है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Dec 07, 2025, 02:16 IST
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