Uttarakhand News: श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए सीएम, कहा- देवभूमि के स्थायित्व को नहीं होने देंगे खत्म

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। स्टेडियम में पहुंचने पर मेयर दीपक बाली, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्हें गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वह स्टेडियम से रामलीला मैदान के लिए रवाना हुए। सीएम ने कहा कि सरकार देवभूमि उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए विकल्प नहीं संकल्प के साथ कार्य कर रही है। काशीपुर रामलीला मैदान में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी कालिंदी भारती ने कथा किया। बृहस्पतिवार की दोपहर करीब 3:40 बजे वह रामलीला मैदान पहुंचे। इस दौरान मेयर ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे काशीपुर की इस पुण्य धरा पर भागवत कथा के माध्यम से विद्वान संतों और जनता का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि काशीपुर की पावन धरा सदियों से धर्म, अध्यात्म और संस्कृति की जीवंत परंपराओं को संजोय हुए है। ये भूमि सातवीं सदी के कुमाऊं के चंद्रवंशी राजाओं की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत का प्रतीक है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में यहां का सुप्रसिद्ध गिरीताल और द्रोणासागर है। यहां के जो प्राचीन मंदिर हैं, उन सबका उल्लेख है। यह इस बात का प्रमाण है कि ये भूमि युगों-युगों से सनातन संस्कृति का केंद्र बिंदु है। चैती मंदिर मानसखंड कॉरिडोर का हिस्सा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति का जो पताका है, वह लहर रहा है। उत्तराखंड की सरकार लगातार देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत के संवर्धन और संरक्षण के लिए कार्य कर रही है। हमने केदारखंड और चारों धामों का विकास तेजी से आगे बढ़ाया है। काशीपुर के चैती मंदिर को हमने मानस खंड मंदिर माला शृंखला के अंतर्गत इसको भी मानसखंड कॉरिडोर का हिस्सा बनाया है। वहीं, दूसरी ओर यहां के प्राचीन मंदिर, शिवालयों के निर्माण और पुनर्निर्माण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। देवभूमि के मूल स्थायित्व को किसी भी कीमत पर खत्म नहीं होने देंगे। घृणित मानसिकता के खिलाफ हमने कठोर कार्रवाई की सीएम ने कहा कि प्रदेश में लव जिहाद, लैंड जिहाद, थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकता के खिलाफ हमने कठोर कार्रवाई की है। साथ ही धर्मांतरण रोकने के लिए कानून बनाया है। अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान प्रारंभ किया है। सभी धर्मों के लिए समान अधिकार एवं न्याय सुनिश्चित करने के लिए देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता कानून को लागू करने का भी साहसिक कार्य किया है। इस पावन संकल्प को पूरा करने के लिए आप सभी का आशीर्वाद मिलता रहेगा। काशीपुर। श्रीमद्भागवत कथा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपूर्व जिंदल व प्रतीक जिंदल के आवास पर पहुंचे। यहां उन्होंने अपूर्व के पिता योगेंद्र जिंदल के निधन पर शोक जताया और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वहां पर अर्पण जिंदल, देवेंद्र जिंदल, साधना जिंदल, रेखा जिंदल, चक्रेस जैन, राजीव घई सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Feb 14, 2025, 00:40 IST
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