Noida News: धर्मांतरण की साजिश बेनकाब, लालच देकर धर्म बदलवाने का आरोप

- पैसों का लालच देकर धर्मांतरण का दबाव बनाने वाली महिलाओं समेत चार पर केस-रुपये का प्रलोभन देकर महिला और उसकी सहेलियों को धर्मांतरण कराने का प्रयास-घर-घर पंफलेट और अन्य सामग्री बांटकर ईसाई धर्म का कर रहे थे प्रचार प्रसारमाई सिटी रिपोर्टरग्रेटर नोएडा। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर डेल्टा-2 में हिंदू परिवार की महिला को इसाई धर्म अपनाने के लिए लालच देने पहुंचीं महिलाओं समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी आरोपी घर में हिंदू परिवार की महिला को धन का लालच देकर धर्मांतरण का दबाव बना रहे थे। मौके पर मौजूद महिला के पति ने पड़ोसियों की मदद से शनिवार को चार आरोपियों को पकड़ने के बाद पुलिस को सौंपा था।दरअसल कपिल गर्ग ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी पत्नी रीतू गर्ग को कुछ लोग धर्मांतरण के लिए उकसाते थे। पत्नी ने बताया कि अनुज कुमार निवासी लखनऊ, सुनप्रीत व उनकी पत्नी अर्चना गोगिया निवासी दिल्ली व सुनीता निवासी ओमीक्रॉन-3 बार-बार उनके घर आकर ईसाई धर्म के लाभ बताते थे और पैसे का लालच देते थे। शनिवार को जब वह घर लौटे, तो उन्होंने देखा कि उक्त चारों लोग उनके घर में बैठे हैं और पत्नी को धर्म परिवर्तन के लिए फिर से समझा रहे हैं। जब उन्होंने विरोध किया तो आरोपित उन्हें धमकाने लगे और कार से भागने की कोशिश करने लगे थे। आरोपी 15 दिन में दूसरी बार उसके घर पहुंचे थे। तलाशी के दौरान उनके पास से ईसाई धर्म के प्रचार से संबंधित पर्चे और बाइबल के उद्धरण मिले हैं। वहीं कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।पड़ोसी की बीमार बच्ची के घर पहुंचे थे आरोपी : पुलिस के मुताबिक डेल्टा-2 में रहने वाले शिकायतकर्ता के बगल में रेखा नाम की महिला रहती है। उसकी बच्ची बीमार थी। आरोपी सुनीता उसी बच्ची से मिलनी पहुंची थी। इसके बाद दोबारा रेखा के घर पहुंची थी। रेखा को ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार से संबंधित पंफलेट दिए थे। रेखा और कपिल का घर एक ही मोहल्ले में है। कपिल गर्ग आरएसएस में स्वयं सेवक हैं। आरोप है कि उक्त लोग जिन घरों में बच्चे बीमार होते हैं। उन्हीं में महिलाओं से संपर्क करते थे। पुलिस आरोपियों की कुंडली खंगाल रही है। जांच में पता चला है कि सनप्रीत और अर्चना एकाउंटेंट हैं। दोनों की उम्र 60 वर्ष के पास है। सुनीता गृहणी है। उसके पति किसी सरकारी विभाग से सेवानिवृत्त हैं। अनुज प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। पुलिस जांच कर रही है कि आरोपियों के पास प्रचार सामग्री के लिए फंडिंग कहां से आ रही है। वह कब से ईसाई धर्म से जुड़कर प्रचार प्रसार कर रहे थे। पूर्व में आरोपी किस धर्म के थे। खुद धर्मांतरण किया है या नहीं। अमेरिका की ईसाई संस्था से जुड़े हैं आरोपी : आरोपी अमेरिका की जेडब्लूओरआरजी संस्था से जुड़े है। संस्था का कार्यालय अमेरिका में है। आरोपियों की ओर से संस्था से मिली ईसाई धर्म से संबंधित प्रचार-प्रचार सामग्री लोगों को दी जाती हैं। हिंदू संगठनों का आरोप है कि संस्था ने ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली में भी कार्यालय खोल रखे हैं। यहीं से मिशनरी हिंदुओं का धर्मांतरण कराने के लिए गतिविधियां चलाते हैं। वहीं एसीपी सेंट्रल नोएडा बीएस वीर का कहना है कि वह लोग ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं। प्राथमिक जांच में ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है। जिससे महिला या अन्य किसी को धर्मांतरण कराने का प्रयास करने की पुष्टि हो। सभी को नोटिस देकर पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Oct 19, 2025, 17:31 IST
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