Solan News: मुनि शुकदेव के जन्म का सुनाया प्रसंग
शिव मंदिर चूहुवाल में चल रही श्रीमद्भागवत कथासंवाद न्यूज एजेंसी नालागढ़ (सोलन)। शिव मंदिर चूहुवाल में श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य अनिल अत्री ने शुकदेव जी के जन्म का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि इस कथा का प्रारंभ भगवान शिव ने पार्वती जी को सुनाते हुए किया था। कथा सुनते-सुनते पार्वती नींद में चली गईं, लेकिन वहीं बैठे एक शुक (तोते) ने हुंकारी भरनी शुरू कर दी। जब शिव को इसका आभास हुआ तो वे शुक को मारने के लिए दौड़े और त्रिशूल चला दिया।शुक त्रिशूल से बचने के लिए तीनों लोकों में भागते-भागते व्यास जी के आश्रम पहुंचे। वहां सूक्ष्म रूप धारण कर उन्होंने व्यास जी की पत्नी के मुख में प्रवेश किया और उनके गर्भ में 12 वर्षों तक रहे। कहा जाता है कि गर्भ में ही उन्हें वेद, उपनिषद, दर्शन और पुराणों का पूर्ण ज्ञान हो गया था। बाद में भगवान श्रीकृष्ण के आश्वासन पर वे गर्भ से बाहर निकले और व्यास जी के पुत्र शुकदेव कहलाए।कथा की पूर्णाहुति 1 सितंबर को प्रातः 10 बजे होगी। उस दिन कथा का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहेगा। कथा के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Aug 27, 2025, 19:18 IST
Solan News: मुनि शुकदेव के जन्म का सुनाया प्रसंग #NarratedTheStoryOfTheBirthOfMuniShukdev #SubahSamachar