कानपुर: धन-धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया और पंज प्यारो की अगुवाई में निकाला गया नगर कीर्तन
अव्वल अल्लाह नूर उपाया कुदरत के सब बंदे कौन मंदे जैसे संकीर्तन के साथ सोमवार को श्री गुरुनानक देव महाराज के प्रकाश पर्व को समर्पित नगर कीर्तन लाटूश रोड स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा से निकाला गया। धन-धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया और पंज प्यारो की अगुवाई में निकले नगर कीर्तन में वाहे गुरु, वाहे गुरु और जो बोले सो निहाल के उद्घोष गूंजते रहे। इसमें बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग शामिल हुए। श्री गुरु ग्रंथ साहिब और नगर कीर्तन पर जगह-जगह फूलों की बारिश कर स्वागत किया गया। ज्ञानी मदन सिंह ने अरदास के बाद नगर कीर्तन की शुरुआत की। परंपरागत मार्ग बांसमंडी, डिप्टी का पड़ाव, जरीबचौकी, कालपी रोड, फजलगंज, गुरु तेग बहादुर मार्ग, गुरु गोबिंद सिंह चौक, गुरुद्वारा कीर्तनगढ़, अशोकनगर, अमर जवान ज्योति चौक मोतीझील से होता हुआ मोतीझील मैदान में पहुंचकर नगर कीर्तन धार्मिक दीवान में परिवर्तित हो गया। नगर कीर्तन में सबसे आगे निशान साहिब व खालसा जाहो जलाल का प्रतीक नगाड़ा गूंज रहा था। दशमेश शस्त्र दल के सेवादार गतका का प्रदर्शन करते चल रहे थे। वहीं गुरु नानक देव के जीवन पर आधारित झांकियों से सजे वाहन शामिल थे जो युवाओं को धर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही थीं।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Nov 03, 2025, 20:45 IST
कानपुर: धन-धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया और पंज प्यारो की अगुवाई में निकाला गया नगर कीर्तन #SubahSamachar
